आइनस्टाइन क्षेत्र समीकरण

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वस्तुओं के द्रव्यमान और गति से उनके आसपास के दिक्-काल (स्पेसटाइम) में मरोड़ आती है और आइनस्टाइन​ क्षेत्र समीकरण इसका विवरण देते हैं

आइनस्टाइन​ क्षेत्र समीकरण (Einstein field equations) भौतिकी में ऐल्बर्ट आइनस्टाइन​ के सामान्य सापेक्षता सिद्धांत में दस समीकरणों (इक्वेशनों) का एक समूह है जो पदार्थ और ऊर्जा द्वारा दिक्-काल (स्पेसटाइम) में पैदा की गई मरोड़ से होने वाले गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का वर्णन करता है। इसे आइनस्टाइन​ ने सन् १९१५ में आतानक विश्लेषण (टेन्सर अनैलिसिस) के रूप में छापा था। जिस तरह मैक्सवेल के समीकरण आवेश (चार्ज) और विद्युत धारा से उत्पन्न होने वाले विद्युतचुम्बकीय क्षेत्र की विवरण देते हैं उसी तरह आइनस्टाइन​ क्षेत्र समीकरण ऊर्जा, द्रव्यमान और चाल (गति) से दिक्-काल में उत्पन्न होने वाले बदलावों का बखान करते हैं।[] Gμν+Λgμν=κTμν

आइनस्टाइन​ क्षेत्र समीकरण

आइंस्टाइन छेत्र समीकरण में १० समीकरण होते हैं। G00+Λg00=κT00.

G01+Λg01=κT01.

G02+Λg02=κT02.

G03+Λg03=κT03

G11+Λg11=κT11

G12+Λg12=κT12

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

साँचा:Reflist

  1. Special and General Relativity: With Applications to White Dwarfs, Neutron Stars and Black Holes, Norman K. Glendenning, pp. 51, Springer, 2007, ISBN 978-0-387-47106-8, ... Einstein's field equations tell spacetime how to curve and mass-energy how to configure itself and how to move. Spacetime acts upon matter and in turn is acted upon by matter ...