खोज परिणाम

नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • ...णों]], मुख्यतः [[परिसीमा मान समस्या|परिसीमा मान समस्याओं]] के [[संख्यात्मक विश्लेषण|संख्यात्मक]] हल में [[परिमित अन्तर विधि]] से [[अवकलज]] का सन्निकटन महत्त्वप [[श्रेणी:संख्यात्मक विश्लेषण]] ...
    ३ KB (७४ शब्द) - १५:३६, २ फ़रवरी २०१७
  • ...horlink=:en:Tom M. Apostol|title=Mathematical Analysis |trans-title=गणितीय विश्लेषण |edition=दूसरा |year=1974|publisher=एडिशन वेस्ले |isbn=978-0-201-00288-1|pa {{कौशी नामकरण}}[[श्रेणी:वास्तविक विश्लेषण]] ...
    २ KB (९० शब्द) - २०:२७, १६ नवम्बर २०१८
  • '''भिन्नात्मक कलन''' (Fractional calculus), [[गणितीय विश्लेषण]] की शाखा है जिसमें अवकलज ऑपरेटर <math>D = \dfrac{d}{dx},</math> तथा समाकलन ...
    ८३२ B (२४ शब्द) - १०:२७, १५ जून २०२०
  • ...ाने में किया जाता है। [[कम्प्यूटर विज्ञान]] में [[अल्गोरिद्म|कलन विधि]] के विश्लेषण में इसका उपयोग किया जाता है। [[श्रेणी:गणितीय विश्लेषण]] ...
    २ KB (८४ शब्द) - ०७:१३, १५ जून २०२०
  • [[श्रेणी:सम्मिश्र विश्लेषण]] [[श्रेणी:गणितीय सर्वसमिकाएँ]] ...
    १ KB (१०० शब्द) - १२:५२, ७ जून २०२२
  • == वर्ग तरंग का फुर्ये विश्लेषण == ...ग की उँचाई '''h''' हो तथा उसकी मूल आवृत्ति '''f''' हो तो उस तरंग का फुर्ये विश्लेषण करने पर निम्नलिखित प्रकार से अभिव्यक्त कर सकते हैं- ...
    ४ KB (१७२ शब्द) - ०४:०८, १६ अप्रैल २०२०
  • '''बेसल समस्या''' [[संख्या सिद्धान्त]] से सम्बद्ध [[गणितीय विश्लेषण]] की समस्या है जो सर्वप्रथम पिएत्रो मंगोली ने १६४४ में दी और १७३४ में [[लिय [[श्रेणी:गणितीय समस्या]] ...
    २ KB (११६ शब्द) - ०८:४०, १९ अक्टूबर २०२०
  • ...े लिये किया था। किन्तु बाद में इसका उपयोग अनेकानेक क्षेत्रों में हुआ और यह विश्लेषण का एक क्रान्तिकारी औजार साबित हुआ। ...या फलनों के योग के रूप में प्रकट किये जाते हैं जिससे इनसे सम्बन्धित गणितीय विश्लेषण अत्यन्त सरल हो जाते हैं। ...
    ७ KB (३८५ शब्द) - ०६:४४, १५ जून २०२०
  • [[गणित]] में, '''कौशी समाकल सूत्र''' (cauchy's Integral formula) [[सम्मिश्र विश्लेषण|सम्मिश्र विश्‍लेषण]] में महत्वपूर्ण सूत्र है। इसका नाम [[ऑगस्टिन लुई कौशी|ऑ ...अवकलनों लिए समाकल सूत्र भी प्रदान कराता है। कौशी सूत्र के अनुसार सम्मिश्र विश्लेषण में "अवकलन, समाकलन के तुल्य है"।<!--: सम्मिश्र अवकलन, समाकलन के समान ही कुछ ...
    ४ KB (२२२ शब्द) - ०७:४४, १६ जून २०२०
  • ...[फलन]] (फंक्शन) को छोटे-छोटे सरल फलनों के योग के रूप में व्यक्त करने को '''विश्लेषण''' कहा जाता है एवं इसकी उल्टी प्रक्रिया को '''[[संश्लेषण]]''' कहते हैं। ...ै। फलनों (या अन्य वस्तुओं) को सरल टुकड़ों में तोडकर समझने का प्रयास फुरिअर विश्लेषण का सार है। ...
    १० KB (३३२ शब्द) - १४:२७, २२ जून २०२०
  • [[गणितीय विश्लेषण]] में, '''मध्यवर्ती मान प्रमेय''' (intermediate value theorem) के अनुसार, य ...
    २ KB (७२ शब्द) - ०५:१५, २१ मई २०२२
  • [[वास्तविक विश्लेषण]] में '''बर्नूली असमिका''' (Bernoulli's inequality) निम्नलिखित है- ...सिद्ध करते समय एक महत्वपूर्ण चरण के रूप में होता है। स्वयं इस असमिका को [[गणितीय आगमन]] (mathematical induction) की सहायता से सिद्ध किया जा सकता है। ...
    २ KB (५९ शब्द) - ०२:२०, ५ मार्च २०२०
  • ...39.</ref> अनुक्रम की सीमा का मान मूलभूत निरूपण है और सभी [[गणितीय विश्लेषण|विश्लेषण]] इसके अनुसार परिभाषित किये जाते हैं।<ref name="Courant (1961), p. 29"/> ...
    ४ KB (१८४ शब्द) - १०:४४, १६ अगस्त २०१९
  • ...सामान्य सिद्धान्त (जो द्विघात रूपों के परे भी जांय) बीसवीं शती की एक बड़ी गणितीय उपलब्धि मानी जाती है। == डायोफैंटीय विश्लेषण == ...
    १४ KB (३२३ शब्द) - ०३:२७, २६ मई २०२२
  • ...में '''फलन की सीमा''' [[कलन]] की एक मूलभूत अवधारणा है और [[गणितीय विश्लेषण|विश्लेषण]] विशेष रूप से [[परतंत्र और स्वतंत्र चर|निविष्ट]] मान के परिवेश में [[फलन]] ...
    ४ KB (२९६ शब्द) - ०६:४०, १५ जून २०२०
  • यह प्रमेय अवकलन गणित और गणितीय विश्लेषण में महत्त्वपूर्ण परिणाम देता है और [[कलन का मूलभूत प्रमेय]] को सिद्ध करने म [[श्रेणी:गणितीय प्रमेय]] ...
    ५ KB (१२४ शब्द) - ०४:४९, २१ मई २०२२
  • ...जिसे सामान्यतः सम्मिश्र चरों के फलनों का सिद्धान्त भी कहा जाता है [[गणितीय विश्लेषण]] की एक शाखा है जिसमें [[समिश्र संख्या|सम्मिश्र संख्याओं]] के [[फलन|फलनों]] *[[वास्तविक विश्लेषण]] (Real analysis) ...
    ७ KB (३९५ शब्द) - १६:१४, १९ सितम्बर २०२१
  • == विश्लेषण == यद्यपि हरेक सरल मशीन के काम करने का तरीका अलग-अलग है, किन्तु गणितीय दृष्टि से उनका काम करने का तरीका एक ही है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि हर ...
    ७ KB (६६ शब्द) - १४:२२, १२ दिसम्बर २०२०
  • ...है। संवलन, अन्तःसहसंबंध (cross-correlation) के समान है। इसका उपयोग [[फलनीय विश्लेषण]] तथा [[संकेत प्रसंस्करण]] में होता है। कुछ प्रमुख अनुप्रयोग हैं- [[प्रायिक [[श्रेणी:फलनीय विश्लेषण]] ...
    ६ KB (१९३ शब्द) - १४:३८, ५ फ़रवरी २०१७
  • *[[फ़ूर्ये श्रेणी|फुर्रे श्रेणी]] -- एक गणितीय युक्ति है जो आवर्ती फलनों को विभिन्न आवर्तकाल वाले ज्या फलनों के योग के रूप *[[हार्मोनिक विश्लेषण]] ...
    ४ KB (१४३ शब्द) - ०५:२९, २० जनवरी २०२२
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)