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- ...a.JPG|right|thumb|100px|गोले के किसी भाग को एक समतल से काटकर उत्तल या अवतल दर्पण बनाया जा सकता है।]] [[Image:Convex mirror1.svg|right|thumb|200px|दर्पण से सम्बन्धित कुछ पारिभाषिक शब्द]] ...१३ KB (४६१ शब्द) - १५:०२, २४ जुलाई २०२४
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- ...a.JPG|right|thumb|100px|गोले के किसी भाग को एक समतल से काटकर उत्तल या अवतल दर्पण बनाया जा सकता है।]] [[Image:Convex mirror1.svg|right|thumb|200px|दर्पण से सम्बन्धित कुछ पारिभाषिक शब्द]] ...१३ KB (४६१ शब्द) - १५:०२, २४ जुलाई २०२४
- [[प्रकाशिकी]] में, किसी [[लेंस]] या [[दर्पण]] के [[फोकस दूरी]] तथा उसके [[अपरचर]] aperture) के व्यास के अनुपात को उसका ...९५० B (२४ शब्द) - १२:५८, १८ सितम्बर २०२१
- '''प्रक्षेप धारामापी''' (Ballistic galvanometer) एक प्रकार का [[दर्पण धारामापी]] है जो [[विद्युत धारा|धारा]] के मापन के लिये उपयोग नहीं किया जाता ...५ KB (१०७ शब्द) - ०२:५३, २४ जुलाई २०२४
- ...र विधि, (2) फूको (Foucault) की घूर्ण दर्पण विधि ओर (3) माइकेलसन की अष्टकोण दर्पण विधि मुख्य हैं। ; फूको की घूर्ण-दर्पण-विधि : ...२६ KB (३४३ शब्द) - ०१:४७, २४ जनवरी २०२४
- गणित में, परवलय एक द्विविमीय समतलीय [[वक्र]] है जो दर्पण-सममित होता है और यह [[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]] अक्षर U के आकार का होता है ...७ KB (१२३ शब्द) - ०८:४४, ३० दिसम्बर २०२४
- ...रवलय में दो भाग होते हैं, जिन्हें संयुग्मी घटक कहा जाता है, जो एक-दूसरे की दर्पण छवियां होती हैं और दोनों अनंत लंबे धनुष की तरह होती हैं। अतिपरवलय, शंकु परि ...७ KB (१३५ शब्द) - २१:१७, २९ फ़रवरी २०२०
- ...प्रकाशीय युक्ति द्वारा नापा जा सकता था। इस व्यवस्था में एक विशेष प्रकार का दर्पण प्रयुक्त किया गया जो डंडी के झुकाव को १५० गुना संवर्धित कर देता था। यह पहले ...ै। यह विक्षेप दीप और मापनी व्यवस्था द्वारा नाप लिया गया। इसके लिए एक मापनी दर्पण से ७ मीटर दूर रखी गई थी और उसी के नीचे कुछ हटकर, दीप रखा गया था। ...३८ KB (४७९ शब्द) - ०३:४७, २२ दिसम्बर २०२३
- ...र दोनों तरफ से कार्बोकेशन पर हमला कर सकता है। यह अंतिम उत्पाद को अणु के दो दर्पण छवि संस्करणों का मिश्रण बना सकता है, जिन्हें एनैन्टीओमर्स कहा जाता है। लेकि ...११ KB (३९८ शब्द) - १७:४१, १० मार्च २०२४
- ...'' अथवा '''द्विनेत्री दूरदर्शी''' (binocular telescope) समान अथवा [[सममिति|दर्पण सममिति]] वाले दूरदर्शी-युग्म है, जो साथ-साथ लगे होते हैं तथा एक दिशा में दे === धात्विक दर्पण कोटिंग्स === ...८९ KB (९६७ शब्द) - १७:२९, २४ सितम्बर २०२१
- * [[दर्पण]] ...१९ KB (६७८ शब्द) - ०१:५०, ५ अगस्त २०२४
- ...होगी उसे गर्म करने के लिये अधिक उष्मा की आवश्यकता होगी। उदाहरण के लिये, [[दर्पण|शीशा]] (लेड) का ताप १ डिग्री सेल्सियस बढ़ाने के लिये जितनी उष्मा लगती है उस ...२८ KB (१,०१८ शब्द) - ११:५९, २१ दिसम्बर २०२१
- ...हैं। आधुनिक प्रयोगों से आर्किमिडीज़ के इन दावों का परीक्षण किया गया है कि दर्पणों की एक पंक्ति का उपयोग करते हुए बड़े आक्रमणकारी जहाजों को आग लगाई जा सकती ...राक्यूस पर आक्रमण करने वाले जहाजों को जलाने के लिए एक साथ संग्रहित किये गए दर्पणों को एक परवलय परावर्तक के रूप में प्रयोग करते थे]] ...१२६ KB (३,९११ शब्द) - १७:२१, १४ नवम्बर २०२४
- ...तथा फ्लोराइड के प्रिज्म लगे रहते हैं और लेंसों के स्थान पर धातु की कलईवाले दर्पण लगाए जाते हैं। ...६२ KB (३८३ शब्द) - १९:०५, २५ अप्रैल २०२३
- ...है। न्यूटन ने अत्यधिक परावर्तक [[वीक्षक धातु]] के एक कस्टम संगठन से, अपने दर्पण को आधार दिया, इसके लिए उनके दूरदर्शी हेतु प्रकाशिकी कि [[गुणवत्ता नियंत्रण| ...१५३ KB (३,४७७ शब्द) - १६:३९, १९ अक्टूबर २०२४
- {{Defn|({{gli|अणु}} के) वे ज्यामितिय गुण जो उसके दर्पण प्रतिबिम्ब पर {{gli|अध्यारोपणीय}} हो; {{gli|काइरलता}} का अभाव।}} {{Defn|[[असममिति]] का एक गुणधर्म जिसमें {{gli|अणु}} अथवा {{gli|आयन}} अपने [[दर्पण प्रतिबिंब]] से इस तरह भेद्य होता है कि इसे इसके किसी भी ज्यामितिय घूर्णन, स ...२७७ KB (६,०३० शब्द) - १६:५३, २८ जुलाई २०२४
- ...थोगोरस ने माना की वह चन्द्रमा पर लिख सकता था। उनकी योजना थी कि रक्त में एक दर्पण पर लिखा जाये और इसे चाँद के सामने रख दिया जाये और जब चाँद की डिस्क पर शिलाल ...७८ KB (१,४३३ शब्द) - ०६:०७, २१ जुलाई २०२४