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- ...टनागर|प्रभू लाल भटनागर]], [[यूजीन पी ग्रॉस]], एवं [[मैक्स क्रुक]] नामक तीन वैज्ञानिक गणितज्ञों के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने इसे फ़िज़िकल रिव्यु में १९५४ में {{भारतीय गणित}} ...३ KB (१०५ शब्द) - ०६:१०, ३ दिसम्बर २०२४
- ...किया था। [[खजुराहो]] के पार्श्वनाथ मंदिर में इसे खुदा हुआ पाया गया है। इसे वैज्ञानिक जाति का यंत्र कहते हैं। ==भारतीय गणित में माया वर्ग== ...८ KB (१७० शब्द) - १२:०३, १५ जून २०२०
- '''वराहमिहिर''' (वरःमिहिर) ईसा की पाँचवीं-छठी शताब्दी के [[भारतीय गणितज्ञ]] एवं [[खगोलिकी|खगोलज्ञ]] थे। वाराहमिहिर ने ही अपने पंचसिद्धान्तिका == वैज्ञानिक विचार तथा योगदान == ...२१ KB (५०५ शब्द) - २०:२६, १८ जनवरी २०२५
- ...ल होती है जो [[हाइड्रोजन]] गैस की एक विशेष उत्तेजना से पैदा होती है। इसलिए वैज्ञानिक परमदानवों की पहचान के लिए उनकी चमक और Hα की मौजूदगी की परख करते हैं।<ref>{{ ...ोती है - जहाँ हमारे सूरज (जो एक [[मुख्य अनुक्रम]] का बौना तारा है) को १० [[भारतीय संख्या प्रणाली|अरब]] साल की आयु मिली है वहाँ महादानव तारे कुछ दसियों लाख सा ...६ KB (६७ शब्द) - १०:०८, १५ जुलाई २०२४
- ...u.net/content/institutions |archive-date=1 May 2013 |df=dmy-all }}</ref> [[भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ|IAUA]]<ref>{{cite web |url=http://www.iauaindia.org/ ...डब्ल्यू. बी. हेज के नाम से जाने जाते थे। उद्यान विज्ञान के क्षेत्र में इस वैज्ञानिक के योगदान और कृतियों का जितना ही बखान किया जाय, थोड़ा होगा। प्रो० हेज का सब ...१९ KB (४५१ शब्द) - ०४:१६, १ फ़रवरी २०२५
- ...रा जाता है, [[लम्बाई]] की एक [[मापन के मात्रक|मापन इकाई]] है। यह लगभग 95 [[भारतीय संख्या प्रणाली|खरब]] (9.5 ट्रिलियन) [[सहस्रमान|किलोमीटर]] की होती है। [[अंत ...िक सरलता से पर्यवेक्षण आंकडो़ से मिलान और व्युत्पन्न किया जा सकता है। वैसे वैज्ञानिक वर्ग में प्रकाश वर्ष ही अधिक प्रचलित है। ...७ KB (१८० शब्द) - १४:१९, १७ अप्रैल २०२३
- ...m/2010/08/blog-post_21.html वैदिक गणित के सोलह सूत्र एवं उपसूत्र] (भारत का वैज्ञानिक चिन्तन] {{भारतीय गणित}} ...१४ KB (२९१ शब्द) - १६:३३, ३० अक्टूबर २०२४
- ...त से [[प्रहार क्रेटर]] नज़र आते हैं। वैज्ञानिक अनुमान लगते हैं के यह सतह [[भारतीय संख्या प्रणाली|अरबों]] वर्षों पहले बनी थी और तब से बरक़रार है। कलिस्टो पर ए ...ो की [[कक्षा (भौतिकी)|कक्षा]] कुछ ऐसी है के कलिस्टो पर विकिरण कम है। इसलिए वैज्ञानिक मानते हैं के भविष्य में यदि मानव बाहरी सौर मंडल में फैलेंगे तो कलिस्टो उनके ...१० KB (५६४ शब्द) - ०५:५७, १६ जून २०२०
- ...ी मूल प्रकृति तरंगे ही हैं। उन्नीसवी सदी में [[स्कॉट्लैण्ड|स्कॉटलैण्ड]] के वैज्ञानिक [[जेम्स क्लर्क मैक्सवेल|जेम्स क्लर्क माक्सवेल]] ने चार [[समीकरण]] खोज निकाल उन्नीसवी सदी में कई वैज्ञानिक [[कृष्णिका]] (ब्लैक बॉडी) से उत्पन्न होने वाली विद्युतचुंबकीय विकिरण (इलेक् ...२९ KB (३९० शब्द) - ०३:०४, २३ अक्टूबर २०२४
- ...ni's India (v. 1)|website=www.columbia.edu|access-date=2023-04-08}}</ref>। भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री भास्कराचार्य द्वितीय (c. 1114 - c. 1185) अपने ग्रंथ ...on University Press|isbn=978-0-691-16585-1|language=en}}</ref>12वीं सदी के वैज्ञानिक अल-खज़िनी ने सुझाव दिया कि किसी वस्तु में गुरुत्वाकर्षण ब्रह्मांड के केंद्र ...२९ KB (१,२४३ शब्द) - १९:५३, १२ जनवरी २०२५
- ..., [[बीजगणित]], [[कलन]], इत्यादि। गणित में अभ्यस्त व्यक्ति या खोज करने वाले वैज्ञानिक को [[गणितज्ञ]] कहते हैं। ...से बहुत अधिक पीछे के गणित के इतिहास से उतना सरोकार नहीं होना चाहिए, परंतु वैज्ञानिक, गणितज्ञ, प्रौद्योगिकीविद्, अर्थशास्त्री एवं कई अन्य विशेषज्ञ रोजमर्रा के ज ...३७ KB (८३१ शब्द) - १६:१६, १५ दिसम्बर २०२४
- ...य मान्यता के अनुसार उनका जन्म [[महाराष्ट्र]] के अश्मक देश में हुआ था। उनके वैज्ञानिक कार्यों का समादर राजधानी में ही हो सकता था। अतः उन्होंने लम्बी यात्रा करके ...ारतीय परम्परा|access-date= [[१२ फरवरी]] [[२००९]]|format= पीएचपी|publisher= भारतीय साहित्य संग्रह|language= |archive-url= https://web.archive.org/web/20071222 ...७६ KB (१,५२८ शब्द) - १९:०६, १२ फ़रवरी २०२५
- {{ज्ञानसन्दूक वैज्ञानिक | nationality = [[चित्र:Flag of India.svg|20px|]] [[भारत|भारतीय]] ...४१ KB (६०५ शब्द) - ०१:२४, १९ दिसम्बर २०२३
- ...याओं को नाम देना (10<sup>53</sup> तक ), खगोलीय अध्ययन से प्रेरित मध्यकालीन भारतीय गणितज्ञों के ग्रन्थ, और अन्ततः ...्कूल) का जो योगदान, जो आधुनिक गणित के अत्यन्त निकट है, गणित के क्षेत्र में भारतीय बौद्धिक उपलब्धि के कुछ उदाहरण हैं।<ref>[https://www.ias.ac.in/article/fullt ...१२९ KB (९५१ शब्द) - ०६:१२, २१ फ़रवरी २०२५
- भारतीय वैज्ञानिक [[चन्द्रशेखर वेंकटरमन|चन्द्रशेखर वेंकट रमण]] ने यह सिद्धान्त प्रतिपादित किय ...२८ KB (१,०१८ शब्द) - ११:५९, २१ दिसम्बर २०२१
- ...[[वरुण (ग्रह)|नेपच्यून]], [[मंगल ग्रह|मंगल]] तथा [[चन्द्रमा|चंद्रमा]], का वैज्ञानिक अध्ययन शामिल हैं। सौर प्रणाली का भूगणित, सौर प्रणाली का जियोडेटिक्स भी कहा जाता है, एक वैज्ञानिक शाखा है जो सौर प्रणाली के ग्रहों के माप तथा प्रतिनिधित्व, उनके गुरुत्वाकर्ष ...८९ KB (६४७ शब्द) - १५:२०, १६ सितम्बर २०२४
- ...= dead}}</ref> लगभग इसी समय [[भारतीय इतिहास|प्राचीन भारत]] में, [[आयुर्वेद|भारतीय शल्य-चिकित्सक]] सुश्रुत ने शल्य-चिकित्सा के लिए चुंबक का सर्वप्रथम उपयोग कि ...''Isis'', खंड 45, सं. 2. (जुलाई, 1954), पृ.176</ref> प्राचीन [[चीन|चीनी]] वैज्ञानिक शेन कुओ (1031-1095) पहले व्यक्ति थे जिन्होंने चुंबकीय सुई दिक्सूचक के बारे ...७६ KB (१,६०७ शब्द) - ०३:५७, १९ सितम्बर २०२४
- ...चित रूप से निर्धारित नहीं किया जा सकता है।<ref>टीके पुट्टास्वामी, "प्राचीन भारतीय गणितज्ञों की उपलब्धियां", pp. 411-2 {{Cite book|title=Mathematics Across Cu ...्या]] में विभेदन, अबीजीय संख्या के अस्तित्व का सबूत और अपरिमेय सिद्धांत के वैज्ञानिक अध्ययन का पुनरुत्थान आवश्यक था जिसकी [[यूक्लिड]] के बाद से बड़े पैमाने पर उ ...५२ KB (१,२०० शब्द) - १५:५७, २९ अप्रैल २०२३
- ...ा के सूत्र]] ([[:en:Shulba Sutras|Shulba Sutras]])''([[भारतीय विद्वान सूची|भारतीय गणित]] सी. ८०० ई.पू.)। ये सभी ग्रन्थ तथाकथित [[पाईथोगोरस की प्रमेय]] ([[:en ...ली]] में [[इटली|पुनर् जागरण]] की शुरुआत में, नए गणितीय विकास हुए. जिससे नए वैज्ञानिक खोजों के साथ अंतर क्रियाएँ हुईं, यह सब [[घातीय वृद्धि|अब तक की सबसे तीव्र ग ...१६८ KB (४,३१८ शब्द) - ०६:५३, १२ अगस्त २०२४
- ...के संस्थापक थे। उन्हें अक्सर एक महान गणितज्ञ, [[रहस्यवाद|रहस्यवादी]] और [[वैज्ञानिक]] के रूप में सम्मान दिया जाता है; हालाँकि कुछ लोग गणित और प्राकृतिक दर्शन म ...वाली आवाज सुंदर और सामंजस्य पूर्ण थी और उसने यह निर्धारित कर लिया कि जो भी वैज्ञानिक नियम इसका कारण है वह अवश्य ही गणितीय होना चाहिए और इसे संगीत पर लागू किया ज ...७८ KB (१,४३३ शब्द) - ०६:०७, २१ जुलाई २०२४