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  • ...में प्रयुक्त '''सूत्र''' या '''फॉर्मूला''' के विषय में हैं। [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] साहित्य में [[सूत्र|सूत्र ग्रन्थों]] के लिये सम्बन्धित लेख देखें।whr'' * [[सूत्र|संस्कृत के सूत्र ग्रन्थ]] ...
    ३ KB (५२ शब्द) - १०:२३, २ फ़रवरी २०२४
  • ...दीपिकाव्याख्यासहितम्) महाभास्करीयम् (परमेश्वरकृतकर्मदीपिकाव्याख्यासहितम्] (संस्कृत विकिस्रोत पर) ...source.org/wiki/अनुक्रमणिका:महाभास्करीयम्.djvu अनुक्रमणिका:महाभास्करीयम्] (संस्कृत विकिस्रोत) ...
    ५ KB (१७५ शब्द) - ०८:४०, २४ जुलाई २०२४
  • ...्द-यूरोपीय भाषा-परिवार|हिन्द-यूरोपी भाषा-परिवार]] की बहन भाषाएँ हैं, इसलिए संस्कृत में भी इसका एक [[सजातीय शब्द]] है, "स्रुत"। [[यूनानी भाषा]] में भी इसका सजा ...
    ६ KB (१५२ शब्द) - २३:५३, १३ अगस्त २०२२
  • ...हैं। इनमें [[यज्ञ]]-वेदी की रचना से सम्बन्धित ज्यामितीय ज्ञान दिया हुआ है। संस्कृत कें '''शुल्ब''' शब्द का अर्थ नापने की '''रस्सी या डोरी''' होता है। अपने नाम [[श्रेणी:संस्कृत]] ...
    १२ KB (४५६ शब्द) - ०९:१७, २३ मई २०२२
  • ...[[भारतीय गणित]]ज्ञ [[महावीर (गणितज्ञ)|महावीराचार्य]] द्वारा [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] भाषा में रचित एक [[गणित]] ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में गणित के जो प्रश्न पूछे ...गणितसारसङ्ग्रहः॒रङ्गाचार्येणानूदितः॒१९१२.djvu अनुक्रमणिका_गणितसारसङ्ग्रह] (संस्कृत विकिस्रोत) ...
    १३ KB (७७७ शब्द) - १९:४०, १४ जून २०२०
  • * [https://sa.wikisource.org/wiki/बौधायनशुल्बसूत्रम् बौधायनशुल्बसूत्रम्] (संस्कृत विकिस्रोत) [[श्रेणी:संस्कृत]] ...
    १० KB (२१७ शब्द) - ०५:४०, २९ जनवरी २०२५
  • ...्वप्रथम 200 ईसा पूर्व में पिंगला द्वारा दो लम्बाइयों के अक्षरों से निर्मित संस्कृत काव्य के संभावित स्वरूपों की गणना के कार्य में किया गया था। फिबोनाची अनुक्रम [[भारतीय गणित]] में, [[भारतीय छन्दशास्त्र|संस्कृत छंदशास्त्र]] के संबंध में दिखाई देता है। <ref name="HistoriaMathematica">{{ ...
    १० KB (४०० शब्द) - १३:४४, ११ अगस्त २०२४
  • ...० में हुआ था।<ref name="Duniya 2023 k964">{{cite web | last=Duniya | first=संस्कृत | title=Brahmagupta- Great Indian Mathe.. | website=Sanskritduniya | date=2 ...all.org/index.html#BSS ब्रह्मगुप्त का ब्राह्मस्फुटसिद्धान्त] (संस्कृत पाठ, संस्कृत एवं हिन्दी में टीका) ...
    १७ KB (३६३ शब्द) - १७:२५, १२ फ़रवरी २०२५
  • ...0%A4%AC%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0 आपस्तम्ब शुल्बसूत्र] (संस्कृत विकिस्रोत) [[श्रेणी:संस्कृत ग्रन्थकार]] ...
    १५ KB (१३३ शब्द) - १६:३२, ३० जनवरी २०२४
  • ...ad}}</ref> यह [[शारदा लिपि]] में है एवं [[गाथा|गाथा बोली]] ([[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] एवं [[प्राकृत]] का मिलाजुला रूप) में है। यह पाण्डुलिपि अपूर्ण है। इसमें क शायद यह संस्कृत में [[अंकगणित]] पर लिखी गई सबसे पुरानी रचना है जिसे सम्भवतः सातवीं शताब्दी ...
    २१ KB (५६५ शब्द) - ०२:३५, २६ अक्टूबर २०२४
  • यह सारणी एक [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] [[श्लोक]] के रूप में है जिसमें संख्यात्मक मानों को [[कटपयादि]] पद्धति का ...
    १४ KB (६४४ शब्द) - ०९:१५, १४ अप्रैल २०२२
  • [[अल्फ़ा लीब्राए तारा|अल्फ़ा लीब्राए]] और बीटा लीब्राए [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] में विशाख नामक [[नक्षत्र]] कहलाते हैं।<ref name="gleadow">"[https://books ...
    ९ KB (७७३ शब्द) - ०८:२७, १५ जून २०२०
  • ...ंकगणित]] और क्षेत्र-व्यवहार से संबंधित हैं। [[भास्कराचार्य]] ने [[बीजगणित (संस्कृत ग्रन्थ)|बीजगणित]] के अंत में - [[ब्रह्मगुप्त]], श्रीधर और [[पद्मनाभ]] के बी ...''पाटीगणितसार''', सुद्युम्न आचार्य द्वारा हिन्दी व्याख्या सहित] (राष्ट्रिय संस्कृत संस्थान) ...
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  • सोंक्रान शब्द [[संस्कृत भाषा|संस्कृत के]] शब्द ''संक्रांति'' से आता है जिसका वस्तुतः अर्थ "ज्योतिषीय मार्ग" से ह ...
    २० KB (६९८ शब्द) - ०८:२७, १७ मई २०२२
  • बौधायन के [[सूत्र]] वैदिक संस्कृत में हैं तथा [[धर्म]], दैनिक कर्मकाण्ड, [[गणित]] आदि से सम्बन्धित हैं। वे [[ ...
    १२ KB (२०७ शब्द) - १९:५८, १ फ़रवरी २०२५
  • मल्लिकारुज सूरि ने संस्कृत में "सूर्य-सिद्धान्त-टीका" रचने के पहले सन ११७८ में [[तेलुगु]] में इसकी एक ...%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A4 सूर्यसिद्धान्त] (संस्कृत विकिस्रोत) ...
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  • ...्यम से व्यक्त करने की प्रथा का प्रादुर्भाव सर्वप्रथम भारत में ही हुआ था। [[संस्कृत साहित्य]] में [[अंकगणित]] को श्रेष्ठतम विज्ञान माना गया है। लगभग पाँचवीं शत ...
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  • ...) ने भिन्न को लिखने के लिये उसके अंश को ऊपर तथा हर को नीचे लिखा। वस्तुतः [[संस्कृत साहित्य]] में सर्वत्र ही भिन्नात्मक संख्याओं को पूर्णांक से योग या पूर्णांक ...
    १४ KB (३०३ शब्द) - ०४:१७, २० अक्टूबर २०२४
  • ...'संगमग्रामम' (वह ग्राम जहाँ एकत्र हुआ जाय) द्रविड़ शब्द 'इरिनातिकुतल' का [[संस्कृत]] में किया गया कामचलाऊ अनुवाद है, इस शब्द का अर्थ होता है 'इरु (दो) अनन्ति ...बारे में राजगोपाल और रंगाचारी ने तर्क दिया है, का व्यापक रूप से उद्धरण मूल संस्कृत भाषा से नहीं दिया जाता,<ref name="rajag78"/> और चूंकि इनमे से कुछ श्रेणियों ...
    ४८ KB (१,६०५ शब्द) - ०६:३३, १५ अक्टूबर २०२३
  • ...का केंद्र था। [[गुप्त काल|गुप्त शासन]] के अन्तर्गत वहां पर कला, विज्ञान और संस्कृति के अनेक केंद्र पनप रहे थे। वराह मिहिर इस शहर में रहने के लिये आ गये क्योंक ...ज्ञानिक जगत द्वारा उस पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने लिखा भी बहुत था। [[संस्कृत व्याकरण]] में दक्षता और छंद पर अधिकार के कारण उन्होंने स्वयं को एक अनोखी शै ...
    २१ KB (५०५ शब्द) - २०:२६, १८ जनवरी २०२५
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