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  • ...ूला''' के विषय में हैं। [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] साहित्य में [[सूत्र|सूत्र ग्रन्थों]] के लिये सम्बन्धित लेख देखें।whr'' * [[सूत्र|संस्कृत के सूत्र ग्रन्थ]] ...
    ३ KB (५२ शब्द) - १०:२३, २ फ़रवरी २०२४
  • ...भास्कर प्रथम]] द्वारा रचित [[गणित]] एवं [[खगोल शास्त्र|खगोल]] से सम्बन्धित ग्रन्थ है। [[गोविन्दस्वामी (गणितज्ञ)|गोविन्दस्वामी]] ने इसकी टीका लिखी है जिसमें [ ...दीपिकाव्याख्यासहितम्) महाभास्करीयम् (परमेश्वरकृतकर्मदीपिकाव्याख्यासहितम्] (संस्कृत विकिस्रोत पर) ...
    ५ KB (१७५ शब्द) - ०८:४०, २४ जुलाई २०२४
  • ...ि विषयों का विस्तृत वर्णन है। ये [[भारत|भारतीय]] [[ज्यामिति]] के प्राचीनतम ग्रन्थ हैं। ...ेत्रफल वाले वर्ग की रचना ।<ref>Plofker, Kim (2007). pp. 388–391.</ref> इन ग्रन्थों में सन्निकट क्षेत्रफल रूपान्तर के साथ साथ अधिक परिशुद्ध क्षेत्रफल रूपान्त ...
    १२ KB (४५६ शब्द) - ०९:१७, २३ मई २०२२
  • ...न्थ में गणित के जो प्रश्न पूछे गये हैं वे कई अर्थों में गणित के पूर्ववर्ती ग्रन्थों में पूछे गये प्रश्नों से भिन्न हैं। ...गणितसारसङ्ग्रहः॒रङ्गाचार्येणानूदितः॒१९१२.djvu अनुक्रमणिका_गणितसारसङ्ग्रह] (संस्कृत विकिस्रोत) ...
    १३ KB (७७७ शब्द) - १९:४०, १४ जून २०२०
  • ==बौधायन के सूत्र ग्रन्थ== ...े तैत्तिरीय शाखा से सम्बन्धित हैं। सूत्र ग्रन्थों में सम्भवतः ये प्राचीनतम ग्रन्थ हैं। इनकी रचना सम्भवतः ८वीं-७वीं शताब्दी ईसापूर्व हुई थी। ...
    १२ KB (२०७ शब्द) - १९:५८, १ फ़रवरी २०२५
  • ...ad}}</ref> यह [[शारदा लिपि]] में है एवं [[गाथा|गाथा बोली]] ([[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] एवं [[प्राकृत]] का मिलाजुला रूप) में है। यह पाण्डुलिपि अपूर्ण है। इसमें क ...स सामग्री की एक अद्वितीय प्रति एशियाटिक सोसाइटी के संग्रह में सुरक्षित है। ग्रन्थ के शुरुआती पन्नों में कई खामियां हैं, हालांकि बाद के पन्नों में अधिकांश साम ...
    २१ KB (५६५ शब्द) - ०२:३५, २६ अक्टूबर २०२४
  • ...पाद]]भाष्य के प्रख्यात 'न्यायकन्दली' व्याख्याकार श्रीधराचार्य तथा प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रणेता आचार्य एक ही हैं। कन्दली व्याख्या की रचना उसके अन्तिम श्लोक के अ ...संवादिनी तथा संग्रहटीका । ये सभी दर्शन-ग्रन्थ हैं। इसमें उनके किसी गणित के ग्रन्थ का उल्लेख नहीं है। इसके साथ ही यह भी एक तथ्य है कि न्यायकन्दली के वे विवेचन ...
    १७ KB (२२८ शब्द) - ११:१४, ४ मार्च २०२५
  • ...्रदेश]]) की अन्तरिक्ष प्रयोगशाला के प्रमुख थे और इस दौरान उन्होने दो विशेष ग्रन्थ लिखे: [[ब्राह्मस्फुटसिद्धान्त]] (सन ६२८ में) और [[खण्डखाद्यक]] या खण्डखाद्य ...० में हुआ था।<ref name="Duniya 2023 k964">{{cite web | last=Duniya | first=संस्कृत | title=Brahmagupta- Great Indian Mathe.. | website=Sanskritduniya | date=2 ...
    १७ KB (३६३ शब्द) - १७:२५, १२ फ़रवरी २०२५
  • ...का केंद्र था। [[गुप्त काल|गुप्त शासन]] के अन्तर्गत वहां पर कला, विज्ञान और संस्कृति के अनेक केंद्र पनप रहे थे। वराह मिहिर इस शहर में रहने के लिये आ गये क्योंक ...ज्ञानिक जगत द्वारा उस पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने लिखा भी बहुत था। [[संस्कृत व्याकरण]] में दक्षता और छंद पर अधिकार के कारण उन्होंने स्वयं को एक अनोखी शै ...
    २१ KB (५०५ शब्द) - २०:२६, १८ जनवरी २०२५
  • ...ी में ताड़पत्र पर लिखित पाण्डुलिपि तथा उससे भी नयी पाण्डुलिपियों पर आधारित ग्रन्थ है जिसमें १४ अध्याय हैं।<ref name=":1">{{Cite book|last=Thompson|first=Rich [[अल बेरुनी]] ने लिखा है कि सूर्यसिद्धान्त नामक ग्रन्थ की रचना लटदेव ने की थी जो [[आर्यभट]] के शिष्य थे।<ref name=":1" /><ref>{{Ci ...
    ३७ KB (१,२१३ शब्द) - ०८:०२, ७ फ़रवरी २०२५
  • ...) ने भिन्न को लिखने के लिये उसके अंश को ऊपर तथा हर को नीचे लिखा। वस्तुतः [[संस्कृत साहित्य]] में सर्वत्र ही भिन्नात्मक संख्याओं को पूर्णांक से योग या पूर्णांक ...षैतिज रेखा का जो प्रयोग होता है, वैसा ही प्रयोग प्रथम बार [[अल हस्सार]] के ग्रन्थ में मिलता है। अल हस्सार, मध्यकाल का [[मोरक्को]] में जन्मा एक मुसलमान गणितज् ...
    १४ KB (३०३ शब्द) - ०४:१७, २० अक्टूबर २०२४
  • ...<sup>53</sup> तक ), खगोलीय अध्ययन से प्रेरित मध्यकालीन भारतीय गणितज्ञों के ग्रन्थ, और अन्ततः ...एं हुईं। इस काल के गणितीय विकास को प्रस्तुत करने के लिए [[स्थानांग सूत्र]] ग्रन्थ का यह श्लोक अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है- ...
    १२९ KB (९५१ शब्द) - ०६:१२, २१ फ़रवरी २०२५
  • ...षिणापथ '' या [[दक्कन का पठार|दक्खन]] के रूप में वर्णित करते हैं, जबकि अन्य ग्रन्थ वर्णित करते हैं कि अश्माका के लोग [[सिकंदर]] से लड़े होंगे, इस हिसाब से अश् ...्यभट की कथित गलती- उनके पर्येवेक्षण के स्थान पर प्रकाश, वर्त्तमान विज्ञान, ग्रन्थ .९३, १२, २५ दिसम्बर २००७, पीपी १८७० -७३.</ref> ...
    ७६ KB (१,५२८ शब्द) - १९:०६, १२ फ़रवरी २०२५
  • ! style="background:#cff;"|[[संस्कृत]] ...नों पर इसका प्रयोग अन्य भाषाओं को लिखने के लिए भी हुआ है।<ref>एस. मक्रकिस, ग्रन्थ सूची के लिए 1996 देखें</ref> ...
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  • ...lba Sutras]])''([[भारतीय विद्वान सूची|भारतीय गणित]] सी. ८०० ई.पू.)। ये सभी ग्रन्थ तथाकथित [[पाईथोगोरस की प्रमेय]] ([[:en:Pythagorean theorem|Pythagorean theo सबसे पुराना अभी तक खोजा गया गणितीय ग्रन्थ [[मास्को पेपाइरस]] ([[:en:Moscow papyrus|Moscow papyrus]]) है, जो एक [[प्रा ...
    १६८ KB (४,३१८ शब्द) - ०६:५३, १२ अगस्त २०२४