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- गणित में '''अनन्त समान्तर श्रेणी''' एक अनन्त श्रेणी है जिसके पद समान्तार श्रेढ़ी में होते हैं। उदाहरण ठीक रूप से एक समान्तर श्रेणी का [[ज़ेटा फलन नियमितीकरण|ज़ेटा नियमितीकरण योग]] सम्बद्ध [[हुर्वित्ज ...४ KB (१३३ शब्द) - १८:०३, १७ नवम्बर २०२१
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- ...दो क्रमागत पदो का अन्तर नियत होता है। जैसे अनुक्रम 4, 7, 10, 13, 16 ... एक समान्तर श्रेणी है जिसका सार्व अंतर 3 है। यदि किसी समान्तर श्रेणी का प्रथम पद <math>a_1</math> और सार्व अंतर ''d'' है तो श्रेणी का ''i ...४ KB (१३९ शब्द) - २०:४६, १ जुलाई २०२३
- ...[[ज्यामितीय माध्य]] या [[हरात्मक माध्य]]) से अलग करते हुए देखना हो तो इसे 'समान्तर माध्य' कहते हैं। (समान्तर माध्य =पदक का योग/पदो की संख्या) ...३ KB (११५ शब्द) - १९:१६, २३ जुलाई २०२४
- * [[समान्तर श्रेढ़ी|समान्तर श्रेणी]] (Arithmetic Series) ...१ KB (३१ शब्द) - १५:११, २५ नवम्बर २०२०
- ==समान्तर चतुर्भुज की विशेषताएं == *आमने सामने की भुजाएं बराबर और समान्तर होती हैं। ...५ KB (१८७ शब्द) - १६:२१, २३ जनवरी २०२५
- [[गणित]] में किसी [[समान्तर श्रेढ़ी]] के पदों के ब्युत्क्रम (reciprocals) से बनी श्रेणी को हरात्मक श्रे * [[समान्तर श्रेढ़ी]] (Arithmetic progression) ...९९१ B (४० शब्द) - ०५:५९, २३ सितम्बर २०१४
- ...क्ष उस पिण्ड का जड़त्वाघूर्ण ज्ञात हो तो इस प्रमेय की सहायता से इस अक्ष के समान्तर किसी भी अक्ष के सापेक्ष उस पिण्ड का जड़त्वाघूर्ण निकाला जा सकता है। ...thumb|right|250px|क्षेत्राघूर्ण (area moment of inertia) के परिकलन के लिये समान्तर अक्षों के प्रमेय का उपयोग]] ...३ KB (७६ शब्द) - १६:२९, ८ मार्च २०२०
- किन्हीं दो या अधिक धनात्मक संख्याओं का [[समान्तर माध्य]] उनके [[गुणोत्तर माध्य]] के बराबर या उससे बड़ा होता है। ये दोनों माध :२ और ८ का समान्तर माध्य = (२+८)/२=५ ...२ KB (११४ शब्द) - ०८:४०, २० जनवरी २०२२
- === श्रेणीक्रम में जुड़े हुए RLC=== [[चित्र:RLC series circuit.png|thumb|श्रेणीक्रम में जुड़ा RLC परिपथ]] ...५ KB (११९ शब्द) - ०८:०२, ९ नवम्बर २०२३
- ...ुर्भुज]] के विकर्ण परस्पर को [[समद्विभाजन|समद्विभाजित]] करते हैं, प्रमेय [[समान्तर चतुर्भुज नियम]] के समतुल्य है। ...२ KB (४२ शब्द) - १५:३८, ३० जून २०२३
- इस नियम का प्रयोग [[समान्तर अक्ष का प्रमेय]] एवं [[स्ट्रेच नियम]] के साथ करने पर अनेकानेक स्थितियों में * [[समान्तर अक्ष का प्रमेय]] (Parallel axis theorem) ...३ KB (४४ शब्द) - १०:१२, ९ मार्च २०२२
- गणित में '''अनन्त समान्तर श्रेणी''' एक अनन्त श्रेणी है जिसके पद समान्तार श्रेढ़ी में होते हैं। उदाहरण ठीक रूप से एक समान्तर श्रेणी का [[ज़ेटा फलन नियमितीकरण|ज़ेटा नियमितीकरण योग]] सम्बद्ध [[हुर्वित्ज ...४ KB (१३३ शब्द) - १८:०३, १७ नवम्बर २०२१
- ...के स्थान पर एक ही प्रतिरोध लगाया जा सकता है जो परिपथ से उतनी ही धारा ले जो समान्तर क्रम में जुडे सभी प्रतिरोध मिलकर लेते हैं। [[चित्र:Resistors in Parallel.svg|thumb|220px|समान्तर क्रम में जुड़े '''n''' प्रतिरोधों का तुल्य प्रतिरोध]] ...४ KB (५२ शब्द) - ००:५९, १५ जून २०२०
- ...atus=dead }}</ref> ध्यातव्य है कि तानने की इस प्रक्रिया में घूर्णन-अक्ष के समान्तर कोई बेलनाकार आयतन हो तो वह ततन के बाद भी बेलनाकार ही बना रहेगा, और उसकी त्र [[समान्तर अक्ष का प्रमेय|समान्तर अक्ष के प्रमेय]] तथा [[लम्बवत अक्ष का प्रमेय|लम्बवत अक्ष के प्रमेय]] के साथ ...३ KB (२६२ शब्द) - १४:१५, २३ जुलाई २०२४
- * <math>\overline{X}</math>: आँकड़ों का [[समान्तर माध्य]] यदि इस परिभाषा को किसी यादृच्छ चर (रैण्डम वैरिएबल) पर लागू करें, जिसका समान्तर माध्य μ = E[''X''] है, तो इसका प्रसरण Var(''X'') निम्नलिखित प्रकार से परिभा ...४ KB (२१० शब्द) - ०९:४४, २४ फ़रवरी २०२५
- ...ओं का हरात्मक माध्य उन संख्याओं के व्युत्क्रम संख्याओं (रेसिप्रोकल्स) के [[समान्तर माध्य]] के व्युत्क्रम के बराबर होता है। हरात्मक माध्य के उपयोग :- 1. औसत गत हरात्मक माध्य गुणोत्तर माध्य और समान्तर माध्य से छोटा होता है | इन तीनो माध्यो को कुछ इस प्रकार भी दर्शाया जा सकता ...३ KB (१७९ शब्द) - १६:०६, २१ जुलाई २०२४
- ...जब उनके परिणामों को प्रायिकता से भारित (बलिष्ट) किया जाता हो। चूँकि इसमें समान्तर माध्य काम में लिया जाता है अतः कई बार नमूना आँकड़ों के समुच्चय में प्रत्याश ...४ KB (१२८ शब्द) - १९:०६, १५ फ़रवरी २०२४
- ...्रयुक्त प्रायः सभी तरह के संधारित्र समान्तर प्लेट संधारित्र होते हैं। किसी समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता निम्न सूत्र से दी जाती है- *'''R'''<sub>ESR</sub>:तुल्य श्रेणीक्रम प्रतिरोध ...५ KB (१६१ शब्द) - १७:२७, २० मार्च २०२५
- ...म में व्यवस्थित किया जाता है तब बीच वाला पद माध्यिका या मध्यक कहलाता है। [[समान्तर माध्य|माध्य]] की तुलना में डेटा का वर्णन करने में माध्यिका की मूल विशेषता य ...ई विशिष्ट मध्य मान नहीं होता है और माध्यिका को आमतौर पर दो मध्य मानों के [[समान्तर माध्य|अंकगणितीय माध्य]] के रूप में परिभाषित किया जाता है।<ref>{{MathWorld | ...६ KB (१८५ शब्द) - १६:०८, २० जून २०२३
- ...िसमें केवल एक प्रतिरोध एक धारा स्रोत के [[श्रेणीक्रम और समानांतरक्रम परिपथ|समान्तर क्रम]] में जुड़ा होता है।]] ...no</sub> एक प्रतिरोधक R<sub>no</sub> के [[श्रेणीक्रम और समानांतरक्रम परिपथ|समान्तर क्रम]] में जुड़ा होगा। ...६ KB (२२५ शब्द) - १५:५४, ११ जनवरी २०२३
- |<math>A = \frac{a_1 + a_2 + \cdots + a_n}{n}</math> || ([[समान्तर माध्य]]), * [[समान्तर माध्य और गुणोत्तर माध्य सम्बन्धी असमिका]] ...४ KB (३५१ शब्द) - ०२:१५, १६ जून २०२०