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  • ...illustration.svg|thumb|right|300px|<math>P</math> आवर्तकाल वाले एक आवर्ती फलन का ग्राफीय निरूपण]] ...फलनों का उपयोग किया जता है, जैसे [[कम्पन]], [[तरंग]] आदि के निरूपण में। जो फलन आवर्ती नहीं होते, उन्हें 'अनावर्ती' (aperiodic) कहते हैं। ...
    ४ KB (१४३ शब्द) - ०५:२९, २० जनवरी २०२२
  • ...tial equations) है। ये समीकरण अवश्य ही संतुष्ट होंगे यदि दिया हुआ [[समिश्र फलन]] समिश्र-अवकलनिय (complex differentiable) है। समीकरण का यह नाम अगस्तिन कौशी ...कोशी ने 1814 में इन फलनों का उपयोग करके 'फलनों का सिद्धान्त' निर्मित किया। फलनों के सिद्धान्त पर रीमान का शोधपत्र 1851 में आया। ...
    ३ KB (८७ शब्द) - १७:३३, २६ दिसम्बर २०२०
  • ...द्वारा निरूपित किया जा सकता है तो उस प्रणाली को '''सरल आवर्ती दोलक''' या 'हार्मोनिक आसिलेटर' (harmonic oscillator) कहते हैं। स्प्रिंग से लटका हुआ द्रव्यमान, [[ ...
    २ KB (७० शब्द) - १०:२२, २३ जुलाई २०२४
  • ...क-मान वाला [[फलन]] है। अतः लाप्लास ऑपरेटर किसी अदिश फलन को किसी दूसरे अदिश फलन से प्रतिचित्रित (मैप) करता है। [[श्रेणी:हार्मोनिक फलन]] ...
    ४ KB (२७७ शब्द) - २१:४५, ८ मार्च २०२५
  • [[विज्ञान]] एवं [[प्रौद्योगिकी]] में किसी [[फलन]] (फंक्शन) को छोटे-छोटे सरल फलनों के योग के रूप में व्यक्त करने को '''विश्लेषण''' कहा जाता है एवं इसकी उल्ट ...ताया जा सकता है कि कोई संकेत (सिग्नल) किन साइन तरंगों से मिलकर बना हुआ है। फलनों (या अन्य वस्तुओं) को सरल टुकड़ों में तोडकर समझने का प्रयास फुरिअर विश्लेष ...
    १० KB (३३२ शब्द) - १४:२७, २२ जून २०२०
  • ...मूलभूत प्रमेय]] द्वारा, यह देखा जा सकता है कि त्वरण फलन a(t) का समाकलज वेग फलन v(t) है; अर्थात्, त्वरण बनाम समय (a-t) ग्राफ के वक्र के नीचे का क्षेत्र वेग किसी वक्र पथ पर गति करते हुए कण का वेग समय के फलन के रूप में निम्नलिखित प्रकार से लिखा जा सकता है- ...
    १२ KB (३५३ शब्द) - १३:२९, ९ मई २०२३
  • ...समीकरण]] का हल आसानी से नहीं निकाला जा सकता और इस गति को सरल गणितीय [[फलन|फलनों]] के रूप में नहीं लिखा जा सकता। किन्तु यदि इसकी गति पर यह प्रतिबन्ध लगा द जो कि [[हार्मोनिक दोलक]] (harmonic oscillator) की गति का समीकरण है। ...
    ८ KB (२१८ शब्द) - १०:०१, ५ जनवरी २०२५
  • ...ा के लाभ उच्च आवृत्तियों पर प्रतिबाधा कम होना, विस्तारित उच्च स्वर निर्गम, हार्मोनिक विरूपण कम होना और आमतौर पर बड़े वाक कुंडली भ्रमण से जुड़े प्रेरकत्व मॉडुलन ...small> अक्ष कोण है और <small><math>J_1</math></small> प्रथम प्रकार का बेसल फलन है। ...
    १८५ KB (२,६३२ शब्द) - ०९:२३, १७ सितम्बर २०२३