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- ...र्जा]] का भण्डारण एक [[गतिपालक चक्र]] की [[घूर्णनी-ऊर्जा|घूर्णी ऊर्जा]] के रूप में किया जाता है। इसके लिये गतिपालक चक्र का कोणीय वेग धीरे-धीरे बढ़ाकर उसे ...२ KB (४९ शब्द) - १२:०६, ३ मई २०२०
- ...दश वर्षो तक बिना रुके चलाई जा सकती हैं। स्वाभाविक है कि ऊर्जा के इतने अपार रूप से हुए अवशोषण से पृथ्वी का द्रव्यमान सदियो से बढ़ रहा है। लेकिन पृथ्वी के द ...२ KB (२५ शब्द) - ११:४९, ४ दिसम्बर २०२२
- ऊर्जा को चुम्बकीय क्षेत्र के रूप में भी भण्डारित किया जाता है। <math>\mu</math> [[चुम्बकशीलता|पारगम्यता]] वा ...२ KB (८५ शब्द) - २१:१४, २१ जुलाई २०२४
- ...नान्तरण]] तथा पहिये के अक्ष के परितः [[घूर्णन]] के अध्यारोपण (सुपर्पोजिशन) रूप में चल-चित्रण]] ...] उसके [[द्रव्यमान केन्द्र]] के स्थानान्तरीय गतिज ऊर्जा तथा उसके द्रव्यमान केन्द्र के सापेक्ष उसके घूर्णन की गतिज ऊर्जा के योग के बराबर होता है। ...२ KB (३८ शब्द) - ०९:२०, १७ दिसम्बर २०२४
- [[श्रेणी:ऊर्जा के रूप]] ...४ KB (११८ शब्द) - १६:३४, १३ सितम्बर २०२२
- ...र्जा कार्य की उस मात्रा के बाराबर होती है जो उन आवेशों को अनन्त से लाकर उस रूप में विन्यस्त करने में करना पड़ता है। ...२ KB (६४ शब्द) - १८:१०, २० जून २०२३
- ...Delta S</math>), गैर-प्रसारात्मक कार्य की वह अधिकतम मात्रा है जो ऊष्मागतिक रूप से [[संवृत तंत्र|बन्द निकाय]] से लिया जा सकता है। गिब्स की ऊर्जा (संकेत <math>G</math>) वह ऊष्मागतिक विभव भी है जो नियत ताप और दाब पर निकाय के [[र ...२ KB (४६ शब्द) - १७:२६, २० अगस्त २०२२
- ...्जा]] वाली स्थिति में आता है तो वह इस ऊर्जा के अंतर को [[फोटॉन|फ़ोटोन]] के रूप में विकिरणित करता है। इस फ़ोटोन का [[तरंगदैर्घ्य]] (वेवलेन्थ) क्या है, यह ...रॉन अपनी पूर्व कक्षक में लौट आते हैं और इस क्रम में वही ऊर्जा [[फोटॉन]] के रूप में उत्सर्जित करते हैं। इस उत्सर्जित फोटॉन की तरंगदैर्घ्य उन दो कक्षकों के ...५ KB (५५ शब्द) - २२:५२, ५ मार्च २०२०
- ...दर्शाया गया है। [[सक्रियण ऊर्जा]] (1)अभिक्रिया की गति को धीमा कर देती है। ऊर्जाक्षेपी अभिक्रिया में (नियत ताप और दाब पर) गिब्ज मुक्त ऊर्जा ({{math|Δ''G''}} ...gic reaction)]</ref> [[संवृत तंत्र|बंद तंत्र]] में यह स्वतः अभिक्रिया को निरूपित करती है जिसमें अभिक्रिया के पूर्व और पश्चात् तापमान समान रहता है। स्थिर द ...६ KB (९५ शब्द) - १८:३४, २५ जुलाई २०२४
- ...सभी क्षेत्रों के लिए अनिवार्य आवश्यकता है और इसे मूल मानवीय आवश्यकता के रूप में माना गया है। यह महत्वपूर्ण [[मूल संरचना]] (इन्फ्रास्ट्रक्चर) है जिस पर ...वपूर्ण है अर्थात प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक। यह घरेलू बाजारों को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायता करती है और इस प्रकार से लोगों का जीवन स् ...७ KB (२३० शब्द) - १३:०८, १८ अक्टूबर २०२२
- ...ता है जिससे इंजन चलेन के साथ जो गर्मी पैदा होती है वह भी उसके एक उत्पाद के रूप में उत्पन्न होती है, यह गर्मी जितनी अधिक होगी उतना ही बिजली बनाने की क्षमता ...५ KB (५७ शब्द) - ०२:५८, २४ अक्टूबर २०२४
- ...ाहरी विद्युत क्षेत्र पर निर्भर नहीं होता। तथापि प्रक्रिया आण्विक अवशोषण के रूप में समतुल्य है जिसमें एक अवशोषित फोटोन की ऊर्जा समतुल्य कार्य करती है लेकिन ...िष्ट ऊर्जा स्तरों में ही पाया जा सकता है, उनमें से दो को निम्न चित्र में निरूपित किया गया है: ...४ KB (७२ शब्द) - ०५:१०, १९ अगस्त २०१८
- जालक ऊर्जा की अवधारणा मूल रूप से [[रॉकसाल्ट]] ([[सोडियम क्लोराइड|NaCl]]) और [[स्फालराइट]] ([[जिंक सल्फाइड ...बाद, NaCl की जालक ऊर्जा +786 kJ/mol होगी। दोनों संकेत सम्मेलनों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। ...६ KB (१८५ शब्द) - १२:१८, २७ फ़रवरी २०२४
- ...नीचे उतरने पर आयनन ऊर्जा का मान कम होता है। मुख्य ब्लाकों में यह गुण विशेष रूप से दिखायी पड़ता है। ...ा आवर्ती परिवर्तन और अधिक स्पष्ट हो जाता है यदि उपर्युक्त आंकड़ों को ग्राफ रूप में प्रस्तुत करें। निम्नलिखित ग्राफ में Y-अक्ष पर आयनन ऊर्जा तथा X-अक्ष पर ...५ KB (२१९ शब्द) - १२:४८, २१ जुलाई २०२४
- जहां '''t'''- [[समय]](आमतौर पर सेकेण्ड में) मे, '''W'''- किया गया कार्य और '''E''' – संचारित ऊर्जा है। ...ै। शक्ति की एस आई इकाई [[वॉट|वाट]] (W) है जो '१ [[जूल (इकाई)|जूल]] प्रति सेकेन्ड' के बराबर होती है। ...५ KB (१४८ शब्द) - ०४:३३, ५ सितम्बर २०२१
- ...ाने गुरुत्वीय बल के विरूध करना पडता है। यह [[विद्युत विभव]] के समान ही है, केवल आवेश के स्थान पर यहाँ द्रव्यमान का उपयोग होता है। इसकी विमा विद्युत विभव == गणितीय रूप == ...४ KB (११८ शब्द) - २०:१३, १४ जून २०२०
- ...रे और पीले क्षेत्रफलों का योग इस पदार्थ की सुदृढ़ता है। वक्र के नीचे स्थित केवल हरा क्षेत्रफल इस पदार्थ की [[प्रतिस्थितित्व]] (resilienede) का द्योतक है। ...षमता को उसकी '''सुदृढ़ता''' या '''चिमड़ता''' (टफ़नेस) कहते हैं। संख्यात्मक रूप से कहें तो, टूटने (रप्चर) के पहले किसी पदार्थ की प्रति ईकाई आयतन में संग्रह ...३ KB (३४ शब्द) - १८:५९, ४ मार्च २०२०
- ...ulator) एक युक्ति है जो सिन्क्रोट्रान भण्डारण वलय में 'इन्सर्सन डिवाइस' के रूप में लगायी जाती है।इसमें [[द्विध्रुवी चुम्बक]] की आवर्ती संरचना होती है जो स ...िकिरण]] अत्यन्त तीक्ष्ण (intense) तथा एक पतली (नैरो) ऊर्जा बैण्ड के आस-पास केन्द्रित होता है। यह विकिरण इलेक्ट्रानों के कक्षीय समतल पर समांतरित (collimat ...३ KB (४७ शब्द) - ०९:४८, २४ जुलाई २०२४
- ...पर गैर-अंतःक्रियात्मक फरमिओन्स की एक क्वांटम प्रणाली में उच्चतम और निम्नतम रूप से व्याप्त एकल-कण राज्यों के बीच ऊर्जा अंतर का उल्लेख करती है। एक फर्मी गैस • फरमी ऊर्जा को केवल निरपेक्ष शून्य पर परिभाषित किया जाता है, जबकि फरमी स्तर को किसी भी तापमान ...१३ KB (१२० शब्द) - १७:२५, ३० जून २०२३
- ...या [[ध्वनि]] (उदाहरण के लिए हाइड्रोजन जलते समय सुनाई देने वाला विस्फोट) के रूप में भी होता है। उष्माक्षेपी का तुल्य अंग्रेज़ी शब्द ''एक्ज़ोथिर्मिक'' पहली क्रिया के विपरीत एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है, जो आमतौर पर ऊष्मा के रूप में ऊर्जा को अवशोषित करती है। इस अवधारणा को अक्सर भौतिक विज्ञान में [[रासाय ...१५ KB (२०८ शब्द) - ०७:४६, ७ जुलाई २०२४