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  • ...चार [[चुम्बक|चुम्बकों]] को मिलाकर बनाया जाता है। इसका उपयोग [[कण त्वरक|कण त्वरकों]] में किरण पुँज को एक बिन्दु पर केन्द्रित करने के काम में लिया जाता है।<r == कण त्वरकों में चतुर्ध्रुव चुम्बक == ...
    २ KB (६७ शब्द) - १४:३४, २४ फ़रवरी २०२३
  • ...[साइक्लोट्रॉन|साइक्लोट्रॉनों]] में यह अन्तर है कि साइक्लोट्रोन में घूम रहे कणों की कक्षाओं की त्रिज्या निरन्तर बढ़ती रहती है जबकि बीटाट्रॉन एक स्थायी कक् *[[कण त्वरक]] ...
    ३ KB (८८ शब्द) - १८:१६, २३ अक्टूबर २०२१
  • ...े स्वक्रिया (self interaction) की मापक या वैशिष्ट्य है। दूसरे शब्दों में, कण-पुंज पर [[निर्वात आवरण]] (vacuum chamber), रेडियो आवृत्ति कोटर (RF cavities ...भीतर-भीतर चलती है। जिन-जिन स्थानों पर बीम-पाइप का आकार बदलता है वहाँ-वहाँ कण-पुंज प्रतिबाधा का सामना करता है। इसके अलावा [[सूक्ष्मतरंग कोटर|रेडियो आवृत ...
    ५ KB (३४४ शब्द) - १५:०९, २३ जुलाई २०२४
  • [[श्रेणी:कण त्वरक]] ...
    ३ KB (४७ शब्द) - ०९:४८, २४ जुलाई २०२४
  • ...न''', '''नैज द्रव्यमान''', '''उपयुक्‍त द्रव्यमान''' या (परिबद्ध निकाय अथवा कण जो अपने [[संवेग केन्द्र निर्देश तंत्र]] में प्रक्षित किए जाते हैं कि स्थिति == उदाहरण: द्विकण संघट्ट == ...
    ९ KB (३९६ शब्द) - ०८:४६, १० जून २०२२
  • ...] में [[अनुसंधान]] के लिये प्रयुक्त हुए थे क्योंकि तब तक नाभिकीय भौतिकी और कण भौतिकी अलग-अलग नहीं थे। == आरम्भिक त्वरक == ...
    १७ KB (१,८१३ शब्द) - १३:४५, ५ अक्टूबर २०२२
  • '''उदाहरण:''' माना समय t=० पर कोई कण १० मीटर/सेकेण्ड के वेग से उत्तर दिशा में गति कर रहा है। १० सेकेण्ड बाद उसका किसी वक्र पथ पर गति करते हुए कण का वेग समय के फलन के रूप में निम्नलिखित प्रकार से लिखा जा सकता है- ...
    १२ KB (३५३ शब्द) - १३:२९, ९ मई २०२३
  • ...white in the middle, fading to black near the edges).|कण (बायें) और प्रति-कण (दायें) के आकार और विद्युत आवेश का चित्रण। ऊपर से नीचे [[इलेक्ट्रॉन]]/[[पोज ...है। उदाहरण के लिये [[इलेक्ट्रॉन]] का प्रति-कण प्रति-इलेक्ट्रॉन एक धनावेशित कण जिसे [[पोजीट्रॉन]] कहते हैं, सामान्यतः इसे रेडियोधर्मी पदार्थों के क्षय से ...
    १५ KB (६१२ शब्द) - १०:०३, ९ अगस्त २०२४
  • ...]], [[अधि-विमा|अधि-विमाएं]], [[डार्क मैटर|अदृश्य पदार्थ]] के लिए उत्तरदायी कणों के आविष्कार सहित भौतिकी की एक विस्तृत परास का पता लगाना है। ...editor= अमोस ब्रेस्किन और रुडिजर वोस|title = द सर्न लार्ज हैड्रान कोलाइडर: त्वरक व प्रयोग |year = 2009 | language = en }}</ref> ...
    १५ KB (२१७ शब्द) - १०:४९, २५ अगस्त २०२०
  • ** [[कण त्वरक]] के बीम लाइन में, जहाँ से होकर एलेक्ट्रान या कोई अन्य आवेशित कण की बीम को गुजरना होता है। * अधिक ऊर्जा तक त्वरित किये गये आवशित कणों की बीम के भण्डारण के लिये रिंग ...
    १७ KB (१,१०८ शब्द) - २१:१०, १ अगस्त २०२२
  • ...पर ब्रह्मांड में उपस्थित द्रव्यमानों के बीच आकर्षण के बावजूद ब्रह्मांड का त्वरक विस्तार होता है। ...्लैंक इकाइयों में लगभग 10<sup>−120</sup> के रूप में किया जाता है। हालांकि, कण भौतिकी घटी हुई प्लैंक इकाइयों में प्राकृतिक मान 1 का पूर्वानुमान करते हैं, ...
    ८१ KB (१,५६० शब्द) - ०७:२२, ३ अक्टूबर २०२४
  • ...ूलभूत लक्षण है। इस सिद्धांत का एक परिणाम यह भी है कि ऐसी कोई भी वस्तु अथवा कण जिसका विराम द्रव्यमान शून्य नहीं है किसी भी परिस्थिति में प्रकाश के वेग तक ...ि निम्न वेगों पर भी सार्थक है, जैसा [[प्रचक्रण-कक्ष अन्योन्य क्रिया|गतिशील कणों के प्रचक्रण]] में देखा जा सकता है।<ref>L. H. Thomas, "Motion of the spinn ...
    १३६ KB (४,०३१ शब्द) - ११:५५, ४ जून २०२४
  • ...ath>r</math> की एक क्रिटिकल वेल्यू होती है ताकि <math>v</math> गति वाला एक कण भागने मात्र में सफल रहे: ...प्रदान करता है, एक न्यूटोनियन शरीर जहाँ से प्रकाश की गति से चलने वाला कोई कण बच नहीं सकता है। एक कृष्ण विवर की त्रिज्या की वेल्यू के लिए सर्वाधिक प्रयुक ...
    २०७ KB (५,६५६ शब्द) - २१:१७, २ दिसम्बर २०२४