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  • ...तथा दूसरा [[बलगतिकी]] (Kinetics) अथवा वास्तविक गति विज्ञान, जो कारणों अथवा गतिनियमों से संबद्ध है। ...र किया जा सकता है, यदि हम दूसरा दृष्टिकोण अपनाएँ। उक्त दृष्टिकोण के अनुसार गतिविज्ञान शुद्ध अमूर्त विज्ञान (abstract science) है, जिसके समस्त नियम कुछ आधा ...
    २३ KB (२०५ शब्द) - ०३:०८, ५ मार्च २०२०
  • == प्रक्षेप्य गति की गतिज राशियाँ == *[[गतिज ऊर्जा]]:<math>{mv_0^2\cos^2\theta\over 2}</math> ...
    १३ KB (५६४ शब्द) - १७:२४, १९ मई २०२३
  • रेखीय गति सभी गतियों में सबसे मूलभूत है। [[न्यूटन के गति नियम|न्यूटन के गति के प्रथम नियम]] क ...
    ७ KB (२१४ शब्द) - १३:१०, २९ मार्च २०२३
  • चूँकि वस्तु का [[वेग सदिश]] लगातार दिशा बदल रहा है, गतिमान वस्तु [[अभिकेन्द्रीय बल]] द्वारा घूर्णन के केन्द्र की दिशा में [[त्वरण]] ...
    ७ KB (८४ शब्द) - ०७:४१, २० जुलाई २०२४
  • ...ependentes e dois graus de liberdade2.png|thumb|एक निकाय जिसमें तीन आश्रित गतियाँ हैं तथा [[स्वातंत्र्य कोटि]] (degrees of freedom) 2 है।]] ==गतिज ऊर्जा== ...
    १२ KB (५८८ शब्द) - १०:५०, ८ मई २०२३
  • सरल आवर्त गति में गतिमान पिण्ड की आवृत्ति सम्बन्धित [[निकाय]] के मूल गुणों (intrinsic properties) ...या जा सकता है। सरल आवर्त गति एक आधार देती है जिसके सहारे इससे भी अधिक जटिल गतियों को [[फुरिअर विश्लेषण]] की सहायता से निरूपित किया जा सके। ...
    ९ KB (३४४ शब्द) - १४:१७, ३० जनवरी २०२४
  • '''न्यूटन का प्रथम नियम''': यदि कोई वस्तु गतिमान है तो वो गतिमान ही रहेगी और अगर कोई वस्तु स्थिर है तो वो स्थिर ही रहेगी जब तक की उस पर क ...चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है। अरस्तु के गति नियमानुसार '''किसी पिण्ड को गतिशील रखने हेतु बाह्य बल की आवश्यकता होती है।''' ...
    ३८ KB (१,१२९ शब्द) - ०८:०४, २८ सितम्बर २०२४
  • ७ KB (१६१ शब्द) - ०९:२५, २७ जनवरी २०२४

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  • ...lling animation.gif|right|thumb|300px|किसी पहिये की '''बेल्लन गति''' का दो गतियों - तल के सापेक्ष [[स्थानान्तरण]] तथा पहिये के अक्ष के परितः [[घूर्णन]] के ...थानान्तरीय गतिज ऊर्जा तथा उसके द्रव्यमान केन्द्र के सापेक्ष उसके घूर्णन की गतिज ऊर्जा के योग के बराबर होता है। ...
    २ KB (३८ शब्द) - ०९:२०, १७ दिसम्बर २०२४
  • १ KB (२५ शब्द) - २०:५१, १५ सितम्बर २०१९
  • ७८४ B (३१ शब्द) - २०:५१, २३ जुलाई २०२४
  • ६ KB (५० शब्द) - ०७:५६, २७ फ़रवरी २०२४
  • चूँकि वस्तु का [[वेग सदिश]] लगातार दिशा बदल रहा है, गतिमान वस्तु [[अभिकेन्द्रीय बल]] द्वारा घूर्णन के केन्द्र की दिशा में [[त्वरण]] ...
    ७ KB (८४ शब्द) - ०७:४१, २० जुलाई २०२४
  • ३ KB (८० शब्द) - १३:३७, २९ सितम्बर २०२०
  • '''घूर्णनी ऊर्जा''' (Rotational energy) वह [[गतिज ऊर्जा]] है जो किसी अक्ष के परितः किसी द्रव्यमान के घूर्णन गति के कारण होता : <math> E \ </math> [[गतिज ऊर्जा]] है। ...
    ९६२ B (२२ शब्द) - १६:०७, ४ मार्च २०२०
  • रेखीय गति सभी गतियों में सबसे मूलभूत है। [[न्यूटन के गति नियम|न्यूटन के गति के प्रथम नियम]] क ...
    ७ KB (२१४ शब्द) - १३:१०, २९ मार्च २०२३
  • किसी पिण्ड के तात्क्षणिक वेग के लम्बवत दिशा में गतिपथ के केन्द्र की ओर लगने वाला [[बल]] '''अभिकेन्द्रीय बल''' (Centripetal forc ...
    ३ KB (८५ शब्द) - १७:१८, १० दिसम्बर २०२४
  • ...रम तापमान' (absolute temperature)' [[तापमान]] का विशुद्ध माप है। यह [[उष्मागतिकी|ऊष्मगतिकी]] के मुख्य प्राचलों (पैरामीटर) में से एक है। ...state) में होता है जो इसकी न्यूनतम [[ऊर्जा]] की अवस्था है। इस कारण ही ऊष्मागतिक तापक्रम को 'परम ताप' भी कहा जाता है। ...
    ४ KB (६४ शब्द) - १३:२५, १६ नवम्बर २०२२
  • सरल आवर्त गति में गतिमान पिण्ड की आवृत्ति सम्बन्धित [[निकाय]] के मूल गुणों (intrinsic properties) ...या जा सकता है। सरल आवर्त गति एक आधार देती है जिसके सहारे इससे भी अधिक जटिल गतियों को [[फुरिअर विश्लेषण]] की सहायता से निरूपित किया जा सके। ...
    ९ KB (३४४ शब्द) - १४:१७, ३० जनवरी २०२४
  • ६ KB (११३ शब्द) - १८:१६, १७ नवम्बर २०२१
  • ...रिभाषित करता है। किसी पूर्ण बाह्य अक्ष के परितः घूर्णन को [[परिक्रमण]] और गतिपथ को [[कक्षा (भौतिकी)|कक्षा]] कहा जाता है, उदाहरणार्थ सूर्य के परितः पृथ्व निम्नलिखित सारणी में स्थानान्तरण (ट्रान्सलेशन) तथा घूर्णन गतियों से सम्बन्धित राशियों एवं समीकरणों की तुलना की गयी है। दोनों के समीकरणों ...
    ७ KB (३१५ शब्द) - १९:०४, ६ जनवरी २०२५
  • ८ KB (२१८ शब्द) - १०:०१, ५ जनवरी २०२५
  • २ KB (७० शब्द) - १०:२२, २३ जुलाई २०२४
  • ...ऊर्जा बढ़ जाती है। जब रोलर कास्टर ऊपर चढ़ता है तो इसके उल्टा होता है, उसकी गतिज ऊर्जा घटती है और स्थितिज ऊर्जा बढ़ जाती है।]] ...वेग तक त्वरित करने में किये गये कार्य के बराबर होती है। यदि किसी पिण्ड की गतिज ऊर्जा E हो तो उसे विरामावस्था में लाने के लिये E के बराबर ऋणात्मक कार्य कर ...
    ४ KB (११८ शब्द) - १६:३४, १३ सितम्बर २०२२
  • [[चित्र:Schwungrad02.jpg|right|thumb|200px|गतिपालक चक्र]] ...य वेग में परिवर्तन का विरोध आसानी से कर पाता है। गतिपालक चक्र में संग्रहित गतिज ऊर्जा उसके जड़त्वाघूर्ण एवं कोणीय वेग के वर्ग के गुणनफल के समानुपाती होती ...
    ४ KB (३३ शब्द) - ०३:३८, ९ अक्टूबर २०२१
  • ...अवकलज ''t'' के सापेक्ष किया जा सकता है। इन अवकलजों का सामान्य उपयोग शुद्ध गतिविज्ञान, [[नियंत्रण सिद्धान्त]] और अन्य विज्ञान व अभियांत्रिकी के क्षेत्रों ...
    ४ KB (१०९ शब्द) - ०१:०९, ९ जनवरी २०२३
  • [[चित्र:Lorentz force.svg|right|thumb|300px|किसी चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान आवेश पर लगने वाला बल]] ...:Lorentzkraft-graphic-part1.PNG|right|thumb|300px| एक चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान चुम्बकीय क्षेत्र पर लगने वाला लॉरेन्स बल और उसकी दिशा]] ...
    ३ KB (८५ शब्द) - १६:०८, २२ जुलाई २०२४
  • ...से थोडी मुड़ जाती है तो दोनों गेंदे संघट्ट के बाद अपने आंशिक संवेग के साथ गतिशील रहेंगी।]] ...isions) में, तथा विस्फोटक बलों के कारण होने वाली गति की दशा में भी। जबकि [[गतिज ऊर्जा]] संघट्ट की दशा में संरक्षित नहीं होती है यदि संघट्ट अप्रत्यास्थ (in ...
    ६ KB (८३ शब्द) - १९:१८, ९ अक्टूबर २०२२
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