खोज परिणाम

नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • बोरोसिलिकेट काँच के गुण निम्नलिखित तीन बिन्दुओं द्वारा बताये जा सकते हैम- * इसका प्रसार गुणांक कम होता है जिससे ऊष्मीय झटकों को झेलने की क्षमता है। ...
    ४ KB (१४६ शब्द) - १६:०२, २ मार्च २०२०
  • '''चुम्बकन''' <math>M</math> एक भौतिक राशि है जो पदार्थों की चुम्बकित होने के गुण को अभिव्यक्त करता है। संख्यात्मक रूप से इसका मान ईकाई आयतन में उपस्थित [[चु ...
    ३ KB (६८ शब्द) - ००:२४, २४ जुलाई २०२४
  • [[श्रेणी:भौतिक गुण]] ...
    ३ KB (३४ शब्द) - १८:५९, ४ मार्च २०२०
  • '''तरंग''' (Wave) का अर्थ होता है - 'लहर'। [[भौतिक शास्त्र|भौतिकी]] में तरंग का अभिप्राय अधिक व्यापक होता है जहां यह कई प्रकार के कंपन या दो == तरंग के गुण == ...
    ७ KB (१८२ शब्द) - १०:२४, ४ अप्रैल २०२४
  • ...द्रियें मारि लजान्द्र]] के नाम पर पड़ा है । यह अवकल समीकरण [[भौतिक शास्त्र|भौतिकी]] एवं प्रौद्योगिकी में बार-बार देखने को मिलता है। विशेष रूप से, [[लाप्लास लजान्द्र बहुपद, बहुपदों का एक सम्पूर्ण एवं आर्थोगोनल प्रणाली है। इनके अनेक गुण हैं और अनेकानेक उपयोग हैं। ...
    ४ KB (२९० शब्द) - ०७:५५, १९ जुलाई २०२३
  • ...] का वह भाग जिसे उपयोग में नहीं लाया जा सकता (दूसरे शब्दों में, ''[[कार्य (भौतिकी)|कार्य]] में नहीं बदला जा सकता''), उस निकाय की एन्ट्रॉपी कहलाती है। एण्ट्र # एन्ट्रॉपी एक [[भौतिक राशि]] है, जिसकी गणना की जा सकती है। ...
    ७ KB (१०५ शब्द) - १७:५५, २६ जुलाई २०२४
  • [[यांत्रिकी]] में '''प्रत्यास्थता''' (elasticity) पदार्थों के उस गुण को कहते हैं जिसके कारण उस पर वाह्य [[बल]] लगाने पर उसमें विकृति (deformatio == प्रतिबल, विकृति एवं यंग प्रत्यास्थता गुणांक == ...
    ८ KB (९३ शब्द) - ०७:००, १७ सितम्बर २०२४
  • [[अभियान्त्रिकी]] और [[भौतिकी]] में, '''विमीय विश्लेषण''' विभिन्न [[भौतिक राशि]]यों के मध्य उनके मूल मात्रकों ([[लम्बाई|दैर्घ्य]], [[द्रव्यमान]], [[स समतुलनीय भौतिक राशियाँ एक ही प्रकार की होती हैं और उनका एक ही विमा होता है, और उनकी सीधे ए ...
    १७ KB (५९९ शब्द) - १०:३०, ५ जून २०२३
  • ...वह सारी संहतियाँ केन्द्रीभूत मानी जा सकती हैं। संहति केन्द्र के कुछ विशेष गुण हैं, उदाहरण के लिये यदि किसी वस्तु पर कोई [[बल]] लगाया जाय जिसकी क्रियारेखा [[श्रेणी:भौतिकी]] ...
    ६ KB (१०३ शब्द) - ०२:५२, ७ मार्च २०२०
  • ...द्ध रूप में या घोल के रूप में रह सकते हैं। जिस पदार्थ या यौगिक में अम्ल के गुण पाए जाते हैं वे (अम्लीय) कहलाते हैं। मानव आंत्र में [[हाइड्रोक्लोरिक अम्ल]] अम्ल के कुछ गुण निम्नलिखित हैं- ...
    २१ KB (२९३ शब्द) - १४:३८, ८ नवम्बर २०२४
  • ''E'' = ''mc''² (1.0000 [[किलोग्राम|kg]] = 89.876 [[पीटाजूल|PJ]]). अतः यह भौतिक कणों हेतु सामान्य है, जहाँ ारअऔर ऊर्जा प्रायः परस्पर बदलते रहते हैं, eV/''c ...की जा सकती है, प्राणु (प्रोटोन) का भार है 0.938 GeV/c², जिससे GeV/c² कणिक भौतिकी की बडी़ सुविधाजनक इकाई बनती है। ...
    ८ KB (६०५ शब्द) - ०८:०३, ३१ दिसम्बर २०२२
  • [[त्वरक भौतिकी]] में '''प्रतिबाधा''' (Impedance) वह भौतिक राशि है जो आवेशिक कण पुंज के स्वक्रिया (self interaction) की मापक या वैशिष् वेक-फलन एक वास्तविक राशि है।उपरोक्त व्यंजक से निम्नलिखित गुण निकाला जा सकता है- ...
    ५ KB (३४४ शब्द) - १५:०९, २३ जुलाई २०२४
  • ...स्त्र|भौतिकी]] में, '''ऊष्मा चालकता''' (थर्मल कण्डक्टिविटी) पदार्थों का वह गुण है जो दिखाती है कि पदार्थ से होकर [[ऊष्मा]] आसानी से प्रवाहित हो सकती है या ...
    ७ KB (१८५ शब्द) - ०६:०२, ३ जुलाई २०२२
  • [[चित्र:Colouring pencils.jpg|thumb| रंग प्रकाश का गुण है। इसके तीन गुण होते है- रंगत ,मान, सघनता। वर्ण, चाक्षुक या आभासी कला के महत्वपूर्ण अंग हैं ...ं भौतिक विनिर्देश जो हैं, जुड़े होते हैं वस्तु, प्रकाश स्त्रोत, इत्यादि की भौतिक गुणधर्म जैसे प्रकाश [[अन्तर्लयन]], [[विलयन]], [[समावेशन]], [[परावर्तन]] या ...
    १९ KB (५६१ शब्द) - १६:२८, २९ अक्टूबर २०२४
  • '''श्यानता''' ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेजी]]:Viscosity) किसी [[तरल]] का वह गुण है जिसके कारण वह किसी बाहरी प्रतिबल (स्ट्रेस) या अपरूपक प्रतिबल (शीयर स्ट्र ...tion), के रूप में भी देख सकते हैं। द्रवों तथा गैसों, दोनों में, श्यानता का गुण पाया जाता है, लेकिन द्रव गैसों की अपेक्षा ज्यादा श्यान होते हैं। इसी श्यानत ...
    २१ KB (३२० शब्द) - ०१:३८, २७ जनवरी २०२४
  • ...ा है और नहीं भी। अणु पदार्थ का वह छोटे से छोटा कण हे जिसमें पदार्थ के सारे गुण विद्यमान हों और उसका स्वतंत्र अस्तित्व संभव हो। [[श्रेणी:भौतिक रसायन|नियम, अवोगाद्रो का]] ...
    ९ KB (१७१ शब्द) - ०२:४५, २८ फ़रवरी २०२४
  • ...ो बलों विद्युत चुम्बकीय व प्रबल की तुलना में इसका मान का परिमाण की कोटि कई गुणा कम होना है। अधिकतर कण समय के साथ दुर्बल बल के अधीन क्षय होते हैं। क्वार्क # यह एक मात्र अन्योन्य क्रिया है जिसमें [[समता (भौतिकी)|समता]] उल्लंघन होता है और आवेश-समता उल्लंघन होता है। ...
    १० KB (३७७ शब्द) - ०६:०८, १४ अगस्त २०२४
  • ...क प्रकार का [[समाकल रूपान्तर]] (integral transform) है। यह [[भौतिक शास्त्र|भौतिकी]] एवं [[अभियान्त्रिकी|इंजीनियरी]] के अनेकानेक क्षेत्रों में प्रयोग किया जा == गुण == ...
    १८ KB (१,५५९ शब्द) - ०९:४९, १८ फ़रवरी २०२२
  • ...यूटन के गति के नियम|न्यूटन के गति के द्वितीय नियम]] के अनुसार, बल [[संवेग (भौतिकी)|संवेग]] परिवर्तन की दर के अनुपाती है। [[आवेग (भौतिकी)|आवेग]] द्वितीय नियम से संबंधित है। आवेग का मतलब है संवेग में परिवर्तन। अर ...
    १४ KB (२२३ शब्द) - १८:५८, ६ जनवरी २०२५
  • ...ाकत''', या '''अनुप्रस्थ टूटना ताकत के''' रूप में भी जाना जाता है, एक भौतिक गुण है, जिसे लचीलेपन परीक्षण में [[पराभव सामर्थ्य|उपज]] से ठीक पहले किसी सामग्र ...
    १२ KB (२७५ शब्द) - १४:५१, ८ मार्च २०२४
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)