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- == लेप्टॉन संख्या का संरक्षण नियम == ...तिमान]] सहित विभिन्न भौतिकी प्रतिमानों में '''लेप्टॉन संख्या संरक्षण''' का नियम लागू होता है, जिसमें लेप्टॉन संक्ख्या संरक्षित रहती है उसका एक उदाहरण [[बीट ...८ KB (२४९ शब्द) - २३:०८, १३ सितम्बर २०२२
- [[कण भौतिकी]] में '''बेरिऑन संख्या''' निकाय की [[संरक्षण नियम|लगभग संरक्षित]] [[क्वाण्टम संख्या|क्वान्टम संख्या]] है। क्वार्क के पास केवल [[विद्युत आवेश]] ही नहीं होता, बल्कि अतिरिक्त [[कलर आवेश]] एवं [[दुर्बल स ...७ KB (४० शब्द) - १४:२५, ७ मार्च २०२०
- ...]] से सम्बन्धित गणनाओं के आधार हैं और बहुतायत में प्रयोग होते हैं। ये दोनो नियम [[मैक्सवेल के समीकरण|मैक्सवेल के समीकरणों]] से सीधे व्युत्पन्न किये जा सकते == किरचॉफ का धारा का नियम (केसीएल / KCL) == ...९ KB (३७५ शब्द) - ११:०७, ६ मई २०२४
- [[चित्र:Billard.JPG|thumb|पूल (क्यू खेल) में, रेखीय संवेग संरक्षण संरक्षित रहता है; जैसे कि, जब संघट के बाद जब एक गेंद रुकती है, दूसरी गेंद स संवेग एक [[संवेग संरक्षण|संरक्षित]] राशि है। अर्थात किसी [[वियुक्त निकाय]] में कुल संवेग स्थिर रहता ...६ KB (८३ शब्द) - १९:१८, ९ अक्टूबर २०२२
- '''आवेश संरक्षण का सिद्धांत''' [[बेंजामिन फ्रैंकलिन]] ने दिया था। इसके अनुसार [[विद्युत आवे व्यवहार रूप में, आवेश संरक्षण एक भौतिक नियम है जिसके अनुसार एक निश्चित आयतन में विद्युत आवेश में कुल अंतर, उस आयतन में ...५ KB (२२९ शब्द) - १५:४२, ३० जून २०२३
- ...णतया '''''X''''') [[SO(10)]] [[महा एकीकृत सिद्धांत]] से सम्बध एक [[संरक्षण नियम|संरक्षित]] [[क्वाण्टम संख्या|क्वान्टम संख्या]] है। ...१ KB (२६ शब्द) - १४:५३, १७ नवम्बर २०२१
- *[[कोणीय संवेग संरक्षण|कोणीय संवेग संरक्षण नियम]] ...४ KB (३३ शब्द) - ०३:३८, ९ अक्टूबर २०२१
- ...उस पिण्ड के [[संहति-केन्द्र|द्रव्यमान केन्द्र]] का कोणीय संवेग + द्रव्यमान केन्द्र से जाने वाली अक्ष के सापेक्ष [[जड़त्वाघूर्ण]] x इस अक्ष के सापेक्ष कोण ==कोणीय संवेग संरक्षण का नियम== ...८ KB (२८१ शब्द) - १६:००, २६ नवम्बर २०२२
- ...ड का [[वेग]] बदल सकता है। [[न्यूटन के गति के नियम|न्यूटन के गति के द्वितीय नियम]] के अनुसार, बल [[संवेग (भौतिकी)|संवेग]] परिवर्तन की दर के अनुपाती है। == [[सर आइज़क न्यूटन|न्यूटन]] के गति के नियम == ...१४ KB (२२३ शब्द) - १८:५८, ६ जनवरी २०२५
- उन [[भौतिक नियम|भौतिक नियमों]] को '''विज्ञान के नियम''' कहा जाता है जो सार्वत्रिक (universal) समझे जाते हैं तथा जो भौतिक जगत के ...ा गया होता है। किसी सिद्धान्त में कई नियम हो सकते हैं या वह सिद्धान्त किसी नियम से इंगित होता हो सकता है। ...१६ KB (१,४९३ शब्द) - ०४:३३, ६ मई २०२१
- ...ा था। इस सिद्धान्त की व्युत्पत्ति [[ऊर्जा संरक्षण का नियम|ऊर्जा सरंक्षण के नियम]] से की जा सकती है। यह तरल यांत्रिकी का सरल तथा आधारभूत सिद्धान्त है {{भौतिकी के प्रमुख नियम}} ...५ KB (२१९ शब्द) - ०९:३९, ३१ दिसम्बर २०२३
- जहाँ <math>P</math> [[शक्ति (भौतिकी|शक्ति]] ([[वाट]] में) तथा '''t''' समय (सेकेण्ड) में है। जूल के नियम के अनुसार किसी [[प्रतिरोध]] में धारा प्रवाहित करने पर प्रतिरोध में [[ऊष्मा] ...७ KB (२३० शब्द) - १३:०८, १८ अक्टूबर २०२२
- * [[ऊर्जा संरक्षण का नियम]] ...५ KB (१०० शब्द) - ०२:५५, २७ अप्रैल २०२३
- तत्त्वानुपातिकी की स्थापना [[द्रव्यमान संरक्षण का नियम]] पर की जाती है, जहां अभिक्रियकों का कुल द्रव्यमान उत्पादों के कुल द्रव्यमा ...६ KB (२१८ शब्द) - १४:२९, २३ जुलाई २०२४
- ...ति को [[गणितीय मॉडल|मॉडल]] करता है। यह समीकरण [[न्यूटन]] के गति के द्वितीय नियम को तरल की गति पर लागू करने से प्राप्त होता है। ...्यक्त करता है। यह किसी सतत माध्यम (continuum) में न्यूटन की गति के द्वितीय नियम का एक अनुप्रयोग मात्र ही है। यह समीकरण प्रायः इस रूप में भी लिखा जाता है: ...७ KB (१९० शब्द) - ०३:५५, १५ जून २०२०
- ...ै, जो बलों के प्रभाव में वस्तुओं की गति से सम्बंधित [[भौतिक नियम|भौतिकी के नियमो]] के समुच्चय की विवेचना करता है। वस्तुओं की गति का अध्ययन बहुत प्राचीन है, ...की गति से सम्बन्धित [[कारणता|कारण]] सहित व्याख्या सर्वप्रथम १९०५ में जॉन्स केप्लर ''एस्ट्रोनोमा नोवा'' से मिली। ...२० KB (३९३ शब्द) - १६:५३, ७ अप्रैल २०२३
- सभी अनापेक्षिक [[संवेग संरक्षण]] समीकरण, जैसे [[नेवियर-स्टोक्स समीकरण]], को कौशी संवेग समीकरण और [[संघटक स न्यूटन का गति का द्वितीय नियम (<math>i</math>वाँ घटक) और [[नियंत्रण आयतन]] को सांतत्यक में लागू करते हुए ...८ KB (६११ शब्द) - ०४:०९, १३ अगस्त २०२४
- ...गतिज ऊर्जा (E<sub>k</sub>) में स्थानान्तरित हो जाती है। [[ऊर्जा संरक्षण का नियम]] का अनुसरण करते हुए निष्कासित इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा निम्नोल्लेखित समीकर ...१० KB (३७४ शब्द) - ०६:४८, २३ अप्रैल २०२३
- ...ा '''सापेक्षिकता का सिद्धांत''' ([[अंग्रेज़ी]]: थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी), या केवल '''आपेक्षिकता''', आधुनिक [[भौतिकी]] का एक बुनियादी सिद्धांत है जिसे [[अल् ...ईथर जैसे माध्यम की आवश्यकता थी। द्वितीय, [[याँत्रिकी]] में [[न्यूटन के गति नियम|न्यूटन के गति विषयक समीकरणों]] के लिए, और जिस पार्श्वभूमि पर ये समीकरण आधार ...४४ KB (५७८ शब्द) - ०९:५६, २१ अक्टूबर २०२४
- ...पथ|वैद्युत परिपथ]] में '''लघु परिपथ''' (शॉर्ट सर्किट ; कभी-कभी संक्षेप में केवल 'शॉर्ट' भी कहते हैं) उसे कहते हैं जो [[विद्युत परिपथ|विद्युत्प्रवाह]] को ...ंसफार्मर डिज़ाइन किए गए हैं ताकि एक निश्चित मात्रा तक ही रिसाव प्रतिघात (लीकेज रीएक्टेंस) रहे। रिसाव प्रतिघात (आमतौर पर पूरी लोड प्रतिबाधा में लगभग 5 से ...२३ KB (३७२ शब्द) - १८:४९, ३० सितम्बर २०२४