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- चूँकि वस्तु का [[वेग सदिश]] लगातार दिशा बदल रहा है, गतिमान वस्तु [[अभिकेन्द्रीय बल]] द्वारा घूर्णन के ...र रहती है। यद्यपि पिण्ड की गति स्थिर है, इसका वेग स्थिर नहीं है: वेग, एक [[सदिश राशि]], पिण्ड की गति और इसकी गति की दिशा दोनों पर निर्भर करती है। यह परिवर् ...७ KB (८४ शब्द) - ०७:४१, २० जुलाई २०२४
- कोणीय वेग एक [[सदिश]] राशि है (इसे छद्म सदिश कहना अधिक सही है)। इसकी दिशा वस्तु के तात्क्षणिक घूर्णन तल के लम्बवत (अर्था ...३ KB (२०२ शब्द) - १६:३३, २६ मई २०२४
- ...स रेखा की लम्बाई उस सदिश के परिणाम के समानुपाती होती है तथा तीर की दिशा इस सदिश की दिशा बताती है।]] जिस [[भौतिक राशि]] में मात्रा (परिमाण) तथा दिशा दोनो निहित होते हैं उन्हें ''सदिश राशि'' कहते हैं। ...११ KB (४१५ शब्द) - १३:२८, १३ सितम्बर २०२३
- '''विस्थापन''' ({{lang-en|Displacement}}) एक [[सदिश]] राशि है। जब कोई वस्तु एक बिन्दु P से दूसरे बिन्दु Q तक किसी भी पथ से होते स्थिति सदिश '''''s''''' जो कि समय ''t'' का फलन है का अवकलज ''t'' के सापेक्ष किया जा सकत ...४ KB (१०९ शब्द) - ०१:०९, ९ जनवरी २०२३
- ...े हों, तो एक वस्तु की अपेक्षा दूसरी वस्तु का वेग उनके वेगों के [[सदिश राशि|सदिश]] अन्तर के बराबर होता है। ...५ KB (३८० शब्द) - १९:३७, ३ अक्टूबर २०२२
- [[File:General flux diagram.svg|mini|thumb|300px|[[सदिश क्षेत्र]] F की क्षेत्र किरणें [[स्पर्शरेखा|अभिलम्ब]] n वाली सतहों से गुज़रत गणितीय संकल्पना के रूप में, अभिवाह को किसी सदिश क्षेत्र के [[तल समाकलन]] (सरफेस इन्टीग्रल) के रूप में अभिव्यक्त किया जाता ह ...६ KB (१५२ शब्द) - २३:५३, १३ अगस्त २०२२
- ...े हों, तो एक वस्तु की अपेक्षा दूसरी वस्तु का वेग उनके वेगों के [[सदिश राशि|सदिश]] अन्तर के बराबर होता है। ...५ KB (४२५ शब्द) - ०१:३८, १० सितम्बर २०२२
- कोणीय चाल, वास्तव में [[कोणीय वेग]] नामक [[सदिश राशि]] के परिमाण (magnitude) को कहते हैं।<ref name="UP1">{{cite book ...२ KB (१३६ शब्द) - ०७:३४, २१ जुलाई २०१८
- ...किसी वस्तु पर कोई [[बल]] लगाने से वह वस्तु बल की दिशा में कुछ [[विस्थापन (सदिश)|विस्थापित]] हो। दूसरे शब्दों में, कोई बल लगाने से बल की दिशा में वस्तु का :<math>\vec{s}</math> – [[विस्थापन (सदिश)|विस्थापन]] ...६ KB (१८६ शब्द) - ०८:०४, २८ सितम्बर २०२४
- ...े [[समीकरण|समीकरणों]] को कहते हैं जो किसी पिण्ड के [[स्थिति]], [[विस्थापन (सदिश)|विस्थापन]], [[वेग]] आदि का [[समय]] के साथ सम्बन्ध बताते हैं। :'''s''' = विस्थापन है (आरम्भिक स्थिति से अन्तिम स्थिति तक का स्थिति सदिश) ...१२ KB (५८८ शब्द) - १०:५०, ८ मई २०२३
- ...'' बिन्दु O के सापेक्ष बल F की क्रियारेखा पर स्थित किसी बिन्दु का [[स्थिति सदिश]] (position vector) है। ...६ KB (३२८ शब्द) - १३:१३, ५ अप्रैल २०२४
- ...ा द्वारा किसी बिन्दु पर उत्पादित चुम्बकीय क्षेत्र '''B''' का मान बताता है। सदिश राशि '''B''' धारा के परिमाण, दिशा, लम्बाई, एवं बिन्दु से दूरी पर निर्भर करत मोटे अक्षरों में लिखे गये संकेत [[सदिश राशि/सदिश राशियाँ]] निरूपित करते हैं। ...९ KB (३७९ शब्द) - ०९:५४, ९ सितम्बर २०२४
- ...' कहते हैं। इसका [[मात्रक]] मीटर प्रति सेकेण्ड² (m/s²) होता है तथा यह एक [[सदिश राशि]] हैं। ...ा]] है। [[कलन]] के सन्दर्भ में, तात्क्षणिक त्वरण समय के सापेक्ष [[वेग]] [[सदिश]] का [[अवकलज]] है: ...१२ KB (३५३ शब्द) - १३:२९, ९ मई २०२३
- समय ''t'' पर, प्रक्षेप्य के क्षितिज व उर्ध्व [[विस्थापन (सदिश)|विस्थापन]] : ...१३ KB (५६४ शब्द) - १७:२४, १९ मई २०२३
- ...v'' के साथ लोरेन्ज रूपांतरण के साथ निर्देश तंत्र बदलने पर ऊर्जा-संवेग चतुर्सदिश (''E'',''Ev''/''c''<sup>2</sup>, 0, 0) होगा। सवेग का मान ऊर्जा व वेग के गुण ...की से सही परिणाम मिलते हैं, अतः निम्न वेगों पर केवल ऊर्जा अदिश व तीन-संवेग सदिश होते हैं। इससे आगे उन्होंने परिकल्पना दी कि प्रकश की ऊर्जा और आवृति समान डॉ ...१३६ KB (४,०३१ शब्द) - ११:५५, ४ जून २०२४