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  • '''सूर्यसिद्धान्त ''' [[भारतीय खगोलिकी|भारतीय खगोलशास्त्र]] का प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इसका अनुमानित रचनाकाल चतुर्थ या पंचम शताब्दी ई० है === खगोलशास्त्र === ...
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  • | 1|| [[चंद्रप्रकाश]] || मुनीश्वर || 1600 ईस्वी || खगोलशास्त्र ; गणित ; चंद्र की गति का विस्तृत वर्णन। ...यभटीय]] || [[आर्यभट|आर्यभट प्रथम]] || 499 ईस्वी || त्रिकोणमिति ; बीजगणित ; खगोलशास्त्र दशमलव प्रणाली ; [[ज्या]] ; वृत्त की परिधि और व्यास का अनुपात लगभग 3.1416 है ...
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  • ...ध केंद्र था। देश विदेश से विद्यार्थी ज्ञानार्जन के लिए यहाँ आते थे। वहाँ [[खगोलशास्त्र]] के अध्ययन के लिए एक विशेष विभाग था। एक प्राचीन श्लोक के अनुसार आर्यभट नाल ...े का श्रेय दिया जाता है, प्राचीन भारत में ज्ञात [[ग्रीक खगोल विज्ञान|ग्रीक खगोलशास्त्र]](''[[पालिसा सिद्धांत|पौलिसा सिद्धांत]]'' - संभवतः [[अलेक्जेंड्रिया|अलेक्ज़ ...
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