प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन
साँचा:त्रिकोणमिति गणित में त्रिकोणमितीय फलनों के प्रतिलोम फलनों को प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन (inverse trigonometric functions) कहते हैं। इनके डोमेन समुचित रूप से सीमित करके पारिभाषित किये गये हैं। इन्हें sin−1, cos−1 आदि के रूप में निरूपित करते हैं और 'साइन इन्वर्स', 'कॉस इन्वर्स' आदि बोलते हैं।
- होगा, यदि
- होगा, यदि
- होगा, यदि
- होगा, यदि
- होगा, यदि
- होगा, यदि
उदाहरण:
मुख्य मान
चूँकि कोई भी त्रिकोणमितीय फलन एकैकी (one-to-one) नहीं है, इनके प्रतिलोम फलन तभी सम्भव होंगे यदि इनके डोमेन सीमित रखे जांय।
निम्नांकित सारणी में मुख्य प्रतिलोमों का विवरण दिया गया है-
| नाम | सामान्य निरूपण | परिभाषा | वास्तविक परिणाम के लिये x का डोमेन | मुख्य मानों का परास (रेंज) (रेडियन) |
मुख्य मानों का परास (डिग्री) |
|---|---|---|---|---|---|
| arcsine | y = arcsin x | x = sin y | −1 ≤ x ≤ 1 | −π/2 ≤ y ≤ π/2 | −90° ≤ y ≤ 90° |
| arccosine | y = arccos x | x = cos y | −1 ≤ x ≤ 1 | 0 ≤ y ≤ π | 0° ≤ y ≤ 180° |
| arctangent | y = arctan x | x = tan y | all real numbers | −π/2 < y < π/2 | −90° < y < 90° |
| arccotangent | y = arccot x | x = cot y | all real numbers | 0 < y < π | 0° < y < 180° |
| arcsecant | y = arcsec x | x = sec y | x ≤ −1 or 1 ≤ x | 0 ≤ y < π/2 or π/2 < y ≤ π | 0° ≤ y < 90° or 90° < y ≤ 180° |
| arccosecant | y = arccsc x | x = csc y | x ≤ −1 or 1 ≤ x | −π/2 ≤ y < 0 or 0 < y ≤ π/2 | -90° ≤ y < 0° or 0° < y ≤ 90° |
यदि x को समिश्र संख्या होने की छूट हो तो y का रेंज केवल इसके वास्तविक भाग (real part) पर ही लागू होगा।
प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों में सम्बन्ध



Complementary angles:
Negative arguments:
Reciprocal arguments:
If you only have a fragment of a sine table:
Whenever the square root of a complex number is used here, we choose the root with the positive real part (or positive imaginary part if the square was negative real).
From the half-angle formula , we get:
त्रिकोणमितीय फलनों एवं प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों में संबन्ध
सामान्य हल (General solutions)
निम्नलिखित में k कोई पूर्णांक है।