खोज परिणाम
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
पृष्ठ शीर्षक मिलान
- | name = प्रकाश-वर्ष <br><small>lightyear</small> ...संघ|अन्तर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ]] के अनुसार, एक प्रकाश वर्ष वह दूरी है जो [[प्रकाश]] अपने [[निर्वात]] में एक वर्ष में पूरा कर लेता है। यह इकाई मुख्यत: लम्बी द ...७ KB (१८० शब्द) - १४:१९, १७ अप्रैल २०२३
- ...इसमें प्रकाश स्रोत एक पतली आवृत्ति बैण्ड वाला (लगभग एकवर्णी) लेते हैं। इस प्रकाश को कैथोड पर डालते हैं जो निर्वात में स्थित है। एनोड और कैथोड के बीच विभवान् ...द्युतिक प्रभाव''' कहते हैं। इस क्रिया में जो इलेक्ट्रॉन निकलते हैं उन्हें "प्रकाश-इलेक्ट्रॉन" कहते हैं। ...१० KB (३७४ शब्द) - ०६:४८, २३ अप्रैल २०२३
- '''प्रकाश की चाल''' (speed of light) (जिसे प्राय: '''c''' से निरूपित किया जाता है) एक ...हा हो, हर प्रेक्षक को प्रकाश का यही वेग मिलेगा। कोई भी वस्तु, दिक्-काल में प्रकाश के वेग से अधिक वेग पर गति नहीं कर सकती। ...२६ KB (३४३ शब्द) - ०१:४७, २४ जनवरी २०२४
- ...श्वर समुद्र में अत्यंत छोटी लंबाईवाली प्रत्यास्थ (Elastic) तरंगें हैं। लाल प्रकाश की तरंगें सबसे लंबी होती हैं और बैंगनी की सबसे छोटी। ...ं में दृढ़ता के अभाव के कारण अनुप्रस्थ तरंग चल ही नहीं सकती। इसके अतिरिक्त प्रकाश की किसी भी प्रकार का अनुदैर्ध्य तरंगों का हमें पता नहीं लगा है। अत: संभवत: ...१० KB (६९ शब्द) - ०८:१९, ५ मार्च २०२०
पृष्ठ पाठ मिलान
- ...डिटेक्ट करने, प्रकाश उत्सर्जित करने ([[प्रकाश उत्सर्जक डायोड]] देखें) तथा प्रकाश का अनुसूचन (detecting light) के लिए प्रयुक्त होते हैं। ...३ KB (९० शब्द) - ०९:०३, ११ फ़रवरी २०२५
- | name = प्रकाश-वर्ष <br><small>lightyear</small> ...संघ|अन्तर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ]] के अनुसार, एक प्रकाश वर्ष वह दूरी है जो [[प्रकाश]] अपने [[निर्वात]] में एक वर्ष में पूरा कर लेता है। यह इकाई मुख्यत: लम्बी द ...७ KB (१८० शब्द) - १४:१९, १७ अप्रैल २०२३
- ...ो भी देखा जा सकता है। इससे आँख में पहुँचने वाला प्रकाश चश्मे पर गिरने वाले प्रकाश से बहुत कम हो जाता है।]] ...ead) की सिल्ली को पार करने के बाद X-किरणे क्षीण हो जातीं हैं। जल तथा वायु प्रकाश एवं ध्वनि को क्षीण करतीं हैं। विद्युत इंजीनियरी में और सूरसंचार में, तंरंगे ...४ KB (४६ शब्द) - ०२:२५, १ जून २०१८
- ...यंजकों के मापन के उद्देश्य हैं। [[विशिष्ट आपेक्षिकता]] सिद्धान्त के अनुसार प्रकाश के वेग की कोटि के वेग से गतिशील कण [[चिरसम्मत यांत्रिकी]] के गुणधर्मों के स और विशिष्ट आपेक्षिकता के अनुसार प्रकाश का वेग सभी [[जड़त्वीय फ्रेम|जड़त्वीय निर्देश तंत्रों]] में नियत होता है। आप ...३ KB (८२ शब्द) - १५:५२, ३१ जुलाई २०२२
- ...इसमें प्रकाश स्रोत एक पतली आवृत्ति बैण्ड वाला (लगभग एकवर्णी) लेते हैं। इस प्रकाश को कैथोड पर डालते हैं जो निर्वात में स्थित है। एनोड और कैथोड के बीच विभवान् ...द्युतिक प्रभाव''' कहते हैं। इस क्रिया में जो इलेक्ट्रॉन निकलते हैं उन्हें "प्रकाश-इलेक्ट्रॉन" कहते हैं। ...१० KB (३७४ शब्द) - ०६:४८, २३ अप्रैल २०२३
- ...अभिगृहीत के स्थान पर स्रोत के सापेक्ष उत्सर्जित प्रकाश का [[प्रकाश का वेग|प्रकाश के वेग]] ''c'' लेते हैं। अतः उत्सर्जन सिद्धांत सरल न्यूटनीय सिद्धांत के साथ ...वा कोई अन्य प्रभाव प्रभावी ना हो और पुनः परिणामों में यही प्रदर्शित हुआ कि प्रकाश का वेग स्रोत पर निर्भर नहीं करता, परिणामस्वरूप उत्सर्जन सिद्धान्तों का खण्ड ...७ KB (२१० शब्द) - १४:२५, २५ अगस्त २०२३
- == विभिन्न रंग के प्रकाश की तरंगदैर्घ्य == ...४ KB (२३७ शब्द) - ०८:१४, १७ सितम्बर २०२४
- ...ीणन गुणांक''' (ε) किसी [[रासायनिक स्पीशीज़]] के किसी दिए गए तरंगदैर्घ्य के प्रकाश को [[क्षीणता|क्षीण]] अर्थात् अवशोषण की प्रबलता के मापन है। यह सम्बंधित पदार बीयर-लैम्बर्ट नियम के अनुसार किसी पदार्थ में अवशोषण आपतित प्रकाश के पथ-लम्बाई और पदार्थ की सान्द्रता पर भी निर्भर करता है: ...३ KB (१३२ शब्द) - ११:३२, ८ मार्च २०२४
- ...ंक नियतांक]] है, {{math|''m''}} उस कण का द्रव्यमान है, और {{math|''c''}} [[प्रकाश का वेग]] है। ...१ KB (२० शब्द) - १०:५१, २ मार्च २०२०
- ...भेद कोण पर होता है। पारसैक की वास्तविक लम्बाई लगभग 30.86 पीटामीटर, 3.262 [[प्रकाश-वर्ष]] या {{val|1.918|e=13|u=miles}} के बराबर होती है ...,597,870,700 m, तो 1 पारसैक ≈ 3.085 678×10<sup>16</sup> मीटर ≈ 3.261 564 [[प्रकाश-वर्ष]]. ...५ KB (१४५ शब्द) - १३:५०, २८ जनवरी २०२५
- ...श्वर समुद्र में अत्यंत छोटी लंबाईवाली प्रत्यास्थ (Elastic) तरंगें हैं। लाल प्रकाश की तरंगें सबसे लंबी होती हैं और बैंगनी की सबसे छोटी। ...ं में दृढ़ता के अभाव के कारण अनुप्रस्थ तरंग चल ही नहीं सकती। इसके अतिरिक्त प्रकाश की किसी भी प्रकार का अनुदैर्ध्य तरंगों का हमें पता नहीं लगा है। अत: संभवत: ...१० KB (६९ शब्द) - ०८:१९, ५ मार्च २०२०
- यह ज्योति अथवा प्रकाश की तीव्रता का इकाई होता है। इसको संक्षेप में '''(cd)''' से प्रदर्शित करते ह ...हुई दिशा में ज्योति तीव्रता है, जो (५५५० Å/५५५ nm) तरंगदैर्घ्य का एकवर्णीय प्रकाश उत्सर्जित करता है तथा जिसका उस दिशा में एकांक घन कोण में उत्सर्जित विकिरण फ ...५ KB (३०१ शब्द) - ०५:१९, ११ मार्च २०२४
- ...ा में ही होती है। [[विद्युतचुंबकीय विकिरण|विद्युतचुम्बकीय तरंगें]] (जैसे [[प्रकाश]], [[ऊष्मा]] आदि) अनुप्रस्थ तरंगे होतीं हैं। ...x|एक सामान्य प्रकाश तरंग में विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र दोनों ही प्रकाश की गति के लम्बवत होते हैं। ]] ...६ KB (११३ शब्द) - १८:१६, १७ नवम्बर २०२१
- ...ft(\frac{v}{c}\right)^2}}</math> तथा '''c''' [[प्रकाश का वेग|निर्वात में प्रकाश का वेग]] है। ...४ KB (११८ शब्द) - १६:३४, १३ सितम्बर २०२२
- == प्रकाश का ध्रुवण (Polarisation of Light) == ...रुवण" है और इस गुणायुक्त प्रकाश को "ध्रुवित" कहते हैं। इस दृष्टि से साधारण प्रकाश "अध्रुवित" कहलाता है। ...३३ KB (४८२ शब्द) - ०५:२२, २६ जनवरी २०२५
- ...तः ऊर्जा का यह स्थानान्तरण [[ऊष्मा]] के रूप में होता है लेकिन कभी कभी यह [[प्रकाश]] (जैसे चिंगारी, लौ, या फ्लैश), [[विद्युत]] (उदाहरण के लिए बैटरी) या [[ध्वन ...ा, जिसमें दहन से उत्पन्न कैलोरी का योग (आसपास के तेज ताप और उत्पादित दृश्य प्रकाश को देखकर पाया जाता है, जिसमें ईंधन (मोम) के तापमान में वृद्धि भी शामिल है, ...१५ KB (२०८ शब्द) - ०७:४६, ७ जुलाई २०२४
- ...ैं। यही कारण है कि सूर्य निरंतर रूप से द्रव्यमान क्षति के कारण अपार रूप से प्रकाश तथा उष्मीय ऊर्जा उत्सर्जित कर रहा हैं। पृथ्वी प्रति सेकंड सूर्य की जितनी ऊर ...२ KB (२५ शब्द) - ११:४९, ४ दिसम्बर २०२२
- '''कौशी समीकरण''' एक विशेष पारदर्शी पदार्थ के लिए प्रकाश के [[अपवर्तनांक]] और [[तरंगदैर्घ्य]] के मध्य आनुभाविक सम्बन्ध है। इसका नामक कुछ सामान्य प्रकाशिय पदार्थों के लिए ये गुण्क निम्न सारणी में दिये गए हैं: ...२ KB (४१ शब्द) - ००:३६, ४ मार्च २०२०
- ...रेखा के अभिलम्ब के सापेक्ष मापा जाता है। <math>v</math> दोनों माध्यमों में प्रकाश का वेग है, <math>n</math> दोनों माध्यमों के अपवर्तनांक को अभिव्यक्त करता है [[श्रेणी:प्रकाशिकी]] ...३ KB (१३९ शब्द) - १७:०१, १७ सितम्बर २०२४
- ...[मैक्स प्लांक]] ने [[क्वाण्टम यान्त्रिकी]] की नीव डाली और उनके अनुसंधान से प्रकाश का वास्तविक तरंग-कण द्विरूप स्पष्ट हो गया]]--> ...स्तर पर ऐसा नहीं होता और यहाँ भौतिकी समझने के लिए पाया गया कि वस्तुएँ और [[प्रकाश]] कभी तो कण की प्रकृति दिखाती हैं और कभी तरंग की। ...२९ KB (३९० शब्द) - ०३:०४, २३ अक्टूबर २०२४