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  • ...टफोर्ड (Deptford) जनन संयंत्र को चालू करते समय हुआ था और उनके ही नाम पर इस प्रभाव का नाम रखा गया है। |+ 50 Hz पर 380-kV-संचरण लाइन के लिये फेरान्ती प्रभाव, (''L'' = 1.01 mH/km और ''C'' = 11.48 nF/km के साथ) ...
    ३ KB (१२३ शब्द) - १४:४५, २६ दिसम्बर २०२३
  • [[चित्र:Compton-effekt1.png|right|thumb|300px|काम्प्टन प्रभाव]] '''कॉम्पटन प्रभाव''' उच्च आवृत्ति के [[विद्युतचुंबकीय विकिरण]] (अर्थात [[फोटॉन]]) की [[पदार्थ ...
    ११ KB (१६६ शब्द) - १०:२०, १६ अगस्त २०२१
  • [[चित्र:Versuch zum Fotoeffekt.png|right|thumb|300px|प्रकाशविद्युत प्रभाव का अध्ययन करने के लिये प्रयोग। इसमें प्रकाश स्रोत एक पतली आवृत्ति बैण्ड वाल ...ित करने के बाद [[इलेक्ट्रॉन]] उत्सर्जित करता है तो इसे '''प्रकाश-वैद्युतिक प्रभाव''' कहते हैं। इस क्रिया में जो इलेक्ट्रॉन निकलते हैं उन्हें "प्रकाश-इलेक्ट्र ...
    १० KB (३७४ शब्द) - ०६:४८, २३ अप्रैल २०२३
  • एक अन्य संदर्भ जिसमें सुरंग प्रभाव उभर के आता है, वह है दो अल्प द्रव्यमान के [[नाभिकीय संलयन|नाभिकों का संलयन] ...से दी जाती है| </nowiki>|अंगूठाकार|381x381पिक्सेल|'''<nowiki>प्रोटॉन सुरंग प्रभाव दर्शाते हुए|</nowiki>'''<nowiki>वह दूरी है जहाँ प्रोटॉन की स्थतिज और गतिज ऊ ...
    ७ KB (१४२ शब्द) - १६:१८, १६ अगस्त २०१९

पृष्ठ पाठ मिलान

  • ...टफोर्ड (Deptford) जनन संयंत्र को चालू करते समय हुआ था और उनके ही नाम पर इस प्रभाव का नाम रखा गया है। |+ 50&nbsp;Hz पर 380-kV-संचरण लाइन के लिये फेरान्ती प्रभाव, (''L'' = 1.01&nbsp;mH/km और ''C'' = 11.48&nbsp;nF/km के साथ) ...
    ३ KB (१२३ शब्द) - १४:४५, २६ दिसम्बर २०२३
  • ...(vacuum chamber), रेडियो आवृत्ति कोटर (RF cavities) एवं अन्य वस्तुओं का जो प्रभाव पड़ता है, उसे प्रतिबाधा द्वारा अभिव्यक्त किया जाता है। ==बीम पर प्रतिबाधा का प्रभाव== ...
    ५ KB (३४४ शब्द) - १५:०९, २३ जुलाई २०२४
  • *[[कॉम्पटन प्रभाव]] ...
    १ KB (२० शब्द) - १०:५१, २ मार्च २०२०
  • [[चित्र:Versuch zum Fotoeffekt.png|right|thumb|300px|प्रकाशविद्युत प्रभाव का अध्ययन करने के लिये प्रयोग। इसमें प्रकाश स्रोत एक पतली आवृत्ति बैण्ड वाल ...ित करने के बाद [[इलेक्ट्रॉन]] उत्सर्जित करता है तो इसे '''प्रकाश-वैद्युतिक प्रभाव''' कहते हैं। इस क्रिया में जो इलेक्ट्रॉन निकलते हैं उन्हें "प्रकाश-इलेक्ट्र ...
    १० KB (३७४ शब्द) - ०६:४८, २३ अप्रैल २०२३
  • ...कहें तो डिमॉडुलन के पश्चात जो मूल संकेत प्राप्त किया जाता है उसमें रवों का प्रभाव नगण्य रह जाता है। ...
    ४ KB (१४७ शब्द) - ०३:४१, ४ जनवरी २०२२
  • [[चित्र:Compton-effekt1.png|right|thumb|300px|काम्प्टन प्रभाव]] '''कॉम्पटन प्रभाव''' उच्च आवृत्ति के [[विद्युतचुंबकीय विकिरण]] (अर्थात [[फोटॉन]]) की [[पदार्थ ...
    ११ KB (१६६ शब्द) - १०:२०, १६ अगस्त २०२१
  • एक अन्य संदर्भ जिसमें सुरंग प्रभाव उभर के आता है, वह है दो अल्प द्रव्यमान के [[नाभिकीय संलयन|नाभिकों का संलयन] ...से दी जाती है| </nowiki>|अंगूठाकार|381x381पिक्सेल|'''<nowiki>प्रोटॉन सुरंग प्रभाव दर्शाते हुए|</nowiki>'''<nowiki>वह दूरी है जहाँ प्रोटॉन की स्थतिज और गतिज ऊ ...
    ७ KB (१४२ शब्द) - १६:१८, १६ अगस्त २०१९
  • * [[प्रकाश-विद्युत प्रभाव|प्रकाशविद्युत प्रभाव]], * [[कॉम्पटन प्रभाव|कॉम्प्टन प्रकीर्णन]], तथा ...
    ७ KB (७३ शब्द) - ०८:५४, १७ जुलाई २०२४
  • * [[उपरिस्तर प्रभाव|त्वचा प्रभाव]] (स्किन इफेक्ट) ...
    ६ KB (१८३ शब्द) - १५:२२, २० अक्टूबर २०२३
  • ==प्राईस समीकरण का प्रभाव== | title=अनिश्चितता के प्रभाव से प्राईस समीकरण और प्राकृतिक चयन को विकास ...
    ११ KB (४३५ शब्द) - ०६:२५, १५ जून २०२०
  • ...ूल [[तापमान गुणांक]] दिखाता है। 5.6 वोल्ट से ऊपर, [[ऐवलांश ब्रेकडाउन|अवधाव प्रभाव]] प्रबल हो जाता है और धनात्मक तापमान गुणांक प्रदर्शित करता है। एक 5.6 डायोड में, दो प्रभाव एक साथ होते हैं और उनके तापमान गुणांक बड़े सुव्यवस्थित ढंग से एक दूसरे को र ...
    १६ KB (१६७ शब्द) - १३:००, १६ मार्च २०२३
  • ...रे चालक को प्रभावित करता है (उसके किसी एक भाग को नहीं ; जैसा कि [[पेल्टियर प्रभाव]] के कारण होता है - केवल संधि (जंक्शन) पर ही गरमी होती है।) ...
    २ KB (९० शब्द) - ११:०७, १३ फ़रवरी २०२१
  • ...कि क्रमविनिमय गेज सिद्धान्तों (जैसे क्वांटम विद्युतगतिकी) में परछाप का कोई प्रभाव नहीं होता जब तक <math>f^{abc} = 0</math> और इसके फलस्वरूप परछाप कण (घोस्ट क ...
    ३ KB (७५ शब्द) - ०६:४८, १५ जून २०२०
  • * [[कॉरिऑलिस प्रभाव|कॉरिऑलिस बल]], किसी ग्रह के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में उसके पृष्ठ पर पिंड पर लगने वाला त्वरण '''a'''('''r''') लगभग नियत ('''g' ...
    ७ KB (११५ शब्द) - ०७:११, १७ अक्टूबर २०२४
  • * [[विशिष्ट आपेक्षिकता|आपेक्षिक प्रभाव]] नगण्य हैं। * [[प्रमात्रा यान्त्रिकी|क्वाण्टम यांत्रिक]] प्रभाव नगण्य हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि कणों के बीच की दूरी [[डी ब्रागली तरंगदैर्घ्य ...
    ७ KB (२८५ शब्द) - ०६:३२, २१ जुलाई २०२३
  • ...णक '''रूपान्तरण [[भाजक|भाजकों]]''' के माध्यम से जो मापा मात्रा मान को उसके प्रभाव को बदले बिना बदलते हैं। ...
    ३ KB (६७ शब्द) - ०९:४७, २६ अप्रैल २०२३
  • ...योग बहुत लघु दूरियों पर किये गये, जहाँ कोई ईथर घसीटने अथवा कोई अन्य प्रभाव प्रभावी ना हो और पुनः परिणामों में यही प्रदर्शित हुआ कि प्रकाश का वेग स्रोत पर निर ...होनी चाहिए। डी सिटेर के अपने अध्ययन में पाया कि कोई भी तारा तन्त्र इस चरम प्रभाव जैसा व्यवहार नहीं करता, व्यापक रूप से यह ॠत्जियन सिद्धान्त का अन्त माना गया ...
    ७ KB (२१० शब्द) - १४:२५, २५ अगस्त २०२३
  • [[चित्र:EdisonEffect.svg|right|thumb|250px|'''डायोड ट्यूब में एडिशन प्रभाव''': डायोड नलिका को दो अलग-अलग प्रकार से जोड़ा गया है। द्रष्टव्य है कि एक स् ताप के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए पट्टिक वोल्टता को इतना बढ़ा दिया जाता है कि संतृप्त ध ...
    २७ KB (११४ शब्द) - २२:४७, ९ मई २०२२
  • ...ा है। यह इनवेलप <math>\;2\,\omega_m\;</math> आवृत्ति से बदलेगा। इसका भौतिक प्रभाव यह होगा कि ये तरंगे अपनी अन्य विशेषताओं को बनाए रख रहीं हैं किन्तु साथ ही प ...
    ३ KB (१२८ शब्द) - १९:१८, २५ अक्टूबर २०१८
  • ...सके कारण यन्त्र पर लगने वाले लोड के अचानक परिवर्तन से भी इसकी गति पर विशेष प्रभाव नहीं पड़ता। डिजाइन के समय गतिपालक चक्र का [[जड़त्वाघूर्ण]] भी अधिक रखा जाता ...
    ४ KB (३३ शब्द) - ०३:३८, ९ अक्टूबर २०२१
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