खोज परिणाम
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
पृष्ठ शीर्षक मिलान
- ...ारों का आंतरिक तापमान कुछ 10<sup>7</sup> K के करीब होता है| उदाहरण के लिए, सूर्य का भीतरी तापमान 2x10<sup>7</sup> K है| इस अत्यधिक मान का कारण गुरुत्वाकर्षण ...भिक (अल्फा कण) मिलता है जिसके साथ निकलने वाली ऊर्जा तारों को उनके जन्म से (सूर्य के लिए 5x10<sup>9</sup> वर्ष) निरंतर जलते रहने के लिए मिलती आ रही है| ...७ KB (१४२ शब्द) - १६:१८, १६ अगस्त २०१९
पृष्ठ पाठ मिलान
- ...४०,००० <math>\begin{smallmatrix}L_\odot\end{smallmatrix}</math> है, यानि [[सूर्य|सूरज]] की डेढ़ लाख गुना से ज़रा कम]] ...atrix}L_\odot\end{smallmatrix}</math> के चिन्ह से दर्शाया जाता है, हमारे [[सूर्य|सूरज]] से उभरने वाली [[चमक]] (यानि [[फोटॉन|फ़ोटोनो]] के रूप में उत्सर्जित श ...३ KB (११७ शब्द) - २१:२४, १५ जून २०२०
- ...ार रूप से प्रकाश तथा उष्मीय ऊर्जा उत्सर्जित कर रहा हैं। पृथ्वी प्रति सेकंड सूर्य की जितनी ऊर्जा अवशोषित करती हैं, उतनी ऊर्जा से एक ट्रेन लगातार दश वर्षो तक ...२ KB (२५ शब्द) - ११:४९, ४ दिसम्बर २०२२
- ...खने पर दोनों लगभग समान 'आकार' के दिखाई देते हैं। इसका कारण है कि चन्द्रमा, सूर्य की अपेक्षा धरती से बहुत पास है। ...२ KB (३५ शब्द) - ०७:५८, २९ जुलाई २०२४
- * अगर पृथ्वी से चलें तो [[सूर्य|सूरज]] के गुरुत्वाकर्षक क्षेत्र से निकलने के लिए पलायन वेग '''४२.१''' किलोम | [[सूर्य]] || [[सूर्य]] || align="right" | 617.5 ...९ KB (११२ शब्द) - १४:३३, २४ नवम्बर २०२२
- ...> पर हैं तथा दूसरे ग्रह के लिये ''ƒ''<sub>1</sub> ''और ƒ''<sub>2</sub>हैं। सूर्य नाभिक बिन्दु ''ƒ''<sub>1</sub> पर स्थित है। <br>(2) ग्रह (१) के लिये दोनो छ ...्रह|ग्रहों]] की कक्षा की कक्षा [[दीर्घवृत्त|दीर्घवृत्ताकार]] होती है तथा [[सूर्य]] इस कक्षा के नाभिक (focus) पर होता है। ...७ KB (१६१ शब्द) - ०९:२५, २७ जनवरी २०२४
- | caption = एक पारसैक सूर्य से एक [[खगोलीय वस्तु]] की दूरी होती है जबकि [[लंबन]] कोण का मान एक [[चाप के ...ॄथ्वी]] अपनी कक्षा में एक बिन्दु पर. '''D''' अंतरिक्ष में एक बिन्दु है, जो सूर्य से एक पारसैक की दूरी पर है। परिभाषा अनुसार, कोण '''D''' एक आर्कसैकिण्ड है औ ...५ KB (१४५ शब्द) - १३:५०, २८ जनवरी २०२५
- ...ब २००० <math>\begin{smallmatrix}R_\odot\end{smallmatrix}</math> है, यानि [[सूर्य|सूरज]] का दो हज़ार गुना - यह सब से बड़ा ज्ञात तारा है]] परमदानवों में [[सूर्य|सूरज]] से १००-२६५ गुना द्रव्यमान होता है, यानि १००-२६५ [[सौर द्रव्यमान|M<su ...६ KB (६७ शब्द) - १०:०८, १५ जुलाई २०२४
- === सूर्य का ताप === ...ता है। एक गोल पटलिका प्रेक्षण यंत्र से कुछ दूरी पर इस तरह से रखा गया कि यह सूर्य के समान कोण पर दिखाई दे। सॉरेट ने पटलिका का ताप लगभग 1900 [[सेल्सियस|°C]] स ...१६ KB (५५३ शब्द) - २१:३१, १५ जून २०२०
- ...ारों ओर एक दीर्घवृत्तीय कक्षा में घूमते हैं और इस दीर्घवृत्त की एक नाभि पर सूर्य अवस्थित होता है। ...६ KB (१२९ शब्द) - ०६:१९, १४ मार्च २०२०
- [[श्रेणी:सूर्य]] ...२ KB (१०० शब्द) - ००:१०, २७ मई २०१८
- ...त्सर्जन नीहारिकाओं]] द्वारा उत्सर्जित होता है और इसका उपयोग [[सूर्य]] के [[सूर्य|वातावरण]] की विशेषताओं का निरीक्षण करने के लिए किया जा सकता है, जिसमें [[सौ [[चित्र:HI6563_fulldisk.jpg|दाएँ|अंगूठाकार| सूर्य एक एच-अल्फा फिल्टर के साथ एक ऑप्टिकल टेलीस्कोप के माध्यम से देखा गया]] ...१६ KB (२४१ शब्द) - १०:४८, १३ सितम्बर २०२४
- ...द्रव्यमान वाले तारों की चमक और तापमान कम होता है और जीवनकाल लंबा होता है। सूर्य का जीवनकाल 10 गीगावर्ष (Gigayears) अनुमानित है। ...ती है। तारे का यह चमकना एक स्पष्ट विरोधाभास को जन्म देता है जिसे फीके युवा सूर्य की समस्या (faint young Sun problem) के रूप में जाना जाता है। ...९ KB (१७३ शब्द) - १८:२१, १० मई २०२४
- ...ारों का आंतरिक तापमान कुछ 10<sup>7</sup> K के करीब होता है| उदाहरण के लिए, सूर्य का भीतरी तापमान 2x10<sup>7</sup> K है| इस अत्यधिक मान का कारण गुरुत्वाकर्षण ...भिक (अल्फा कण) मिलता है जिसके साथ निकलने वाली ऊर्जा तारों को उनके जन्म से (सूर्य के लिए 5x10<sup>9</sup> वर्ष) निरंतर जलते रहने के लिए मिलती आ रही है| ...७ KB (१४२ शब्द) - १६:१८, १६ अगस्त २०१९
- ...ं पर दोपहर के समय सूर्य ठीक सिर के ऊपर रहता है। पृथ्वी के तल पर पड़ने वाली सूर्य की किरणों की गरमी विभिन्न अक्षांशों पर अलग अलग होती हैं। पृथ्वी के तल पर के ...१२ KB (२५९ शब्द) - १८:४८, २४ नवम्बर २०२४
- | caption = [[सूर्य|सूरज]] से 12.5 प्रकाशवर्ष की दूरी के भीतर स्थित तारों का चित्रण<ref>{{Cite * पृथ्वी-से-[[सूर्य]] : 0.0000158125 प्रकाश वर्ष, जिसे प्रकाश 8 मिनट19.005 सैकिंड में तय करता ह ...७ KB (१८० शब्द) - १४:१९, १७ अप्रैल २०२३
- ...pg|right|thumb|300px|धूप के चश्मे (सन ग्लास) पहनकर किसी चमकीली वस्तु (जैसे सूर्य) को भी देखा जा सकता है। इससे आँख में पहुँचने वाला प्रकाश चश्मे पर गिरने वाल ...४ KB (४६ शब्द) - ०२:२५, १ जून २०१८
- ...व ने स्वयं भी ज्योतिष और वास्तु के कई सिद्धांत दिए जो आज भी प्रामाणिक हैं। सूर्य के प्रतिपुरुष और मयासुर के बीच की बातचीत को ही सूर्यसिद्धान्त का नाम दिया ग [[चित्र:HinduMeasurements.svg|thumb|सूर्य सिद्धान्त में खगोलीय समय चक्रों का विस्तृत वर्णन है।]] ...३७ KB (१,२१३ शब्द) - ०८:०२, ७ फ़रवरी २०२५
- }}</ref> इसमें [[संलयन]] से उसी प्रकार से ऊर्जा मिलेगी जैसे [[पृथ्वी]] को [[सूर्य]] या अन्य तारों से मिलती है।<ref name="अमर उजाला">{{cite web ...परियोजना के निदेशक जर्मनी के नोबेर्ट होल्टकाम्प है। इस परियोजना को कृत्रिम सूर्य नाम भी दिया गया है।<ref name="भास्कर">{{cite web ...२० KB (३७९ शब्द) - ०९:००, २४ अगस्त २०२४
- ...[[परिक्रमण]] और गतिपथ को [[कक्षा (भौतिकी)|कक्षा]] कहा जाता है, उदाहरणार्थ सूर्य के परितः पृथ्वी की परिक्रमण। परिक्रमण के बाह्याक्ष के सिरों को [[कक्षीय ध्र ...७ KB (३१५ शब्द) - १९:०४, ६ जनवरी २०२५
- [[चित्र:Solar sys8.jpg|right|300px|thumb|गुरुत्वाकर्षण के कारण ही ग्रह, सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा पाते हैं और यही उन्हें रोके रखती है।]] ...] के चारों ओर [[दीर्घवृत्त|दीर्घवृत्ताकार]] कक्षाओं मे चक्कर लगाते हैं तथा सूर्य उन कक्षाओं के [[फोकस]] पर होता है। ...२९ KB (१,२४३ शब्द) - १९:५३, १२ जनवरी २०२५